Bikru Case: विकास दुबे पर दर्ज पुराने मुकदमों के दस्तावेज गायब, एसआइटी और आयोग को नहीं मिलीं फाइलें
बर्रा में केबल ऑपरेटर दिनेश दुबे की हत्या के मामले तथा कई और भी मुकदमों के दस्तावेजों का पता नहीं चलने की बात सामने आई है माना जा रहा है कि विकास दुबे ने पुलिस और कोर्ट बाबुओं की मिलीभगत से फाइलें गायब करा दी थीं।
कानपुर, जेएनएन। बिकरू कांड के मुख्य आरोपित विकास दुबे से जुड़े कई पुराने मुकदमों के दस्तावेज नहीं मिल पा रहे हैं। न्यायिक आयोग और विशेष जांच दल (एसआइटी) ने जब पुराने दस्तावेज मांगे तो यह बात निकलकर सामने आई। फिलहाल तो बर्रा के केबल ऑपरेटर हत्याकांड का प्रकरण ही सामने आया है, लेकिन बताया जा रहा है कि आधा दर्जन से ज्यादा मुकदमों के महत्वपूर्ण दस्तावेजों का पता नहीं चल रहा है। इसके पीछे माना जा रहा है कि दुर्दांत ने पुलिस और कोर्ट के बाबुओं की मिलीभगत से फाइलें गायब करा दी थीं।
वर्ष 2004 में बर्रा-7 में केबल ऑपरेटर दिनेश कुमार दुबे की हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने विकास दुबे समेत चार आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। बाद में विकास इस मामले में बरी हो गया। इसके बाद पुलिस की ओर से अपील भी डाली गई थी। विकास के खिलाफ दर्ज मुकदमों में एसआइटी व न्यायिक आयोग ने छानबीन शुरू की तो कई मुकदमों से जुड़ी फाइलें ही गायब मिलीं। केबल ऑपरेटर हत्याकांड में की गई अपील को देखने के लिए बर्रा थाना प्रभारी हरमीत सिंह ने अभियोजन कक्ष के रिकार्ड दिखाए तो वहां से और थाने से मामले की फाइल ही गायब मिली। इंस्पेक्टर के मुताबिक इसकी जानकारी उच्चाधिकारियों को दी है। पुलिस अब विकास पर दर्ज उन मुकदमों की सूची तैयार कर रही है, जिनकी फाइनल रिपोर्ट और चार्जशीट गायब हैं। गौरतलब है कि विकास दुबे पर चौबेपुर, शिवली, कल्याणपुर, काकादेव, बर्रा, लखनऊ के कृष्णा नगर आदि थानों में 60 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं।
महिलाओं का आरोप, बिकरू कांड में फंसा रही पुलिस
कांशीराम निवादा आतकीपुर की महिलाओं ने एसएसपी कार्यालय में ज्ञापन दिया। महिलाओं का आरोप है कि पुलिस जांच के नाम पर उनके घर के पुरुषों को परेशान कर रही है। रामनरेश, मनोज कुमार, धर्मेंद्र, नाहर सिंह, रणधीर, अजीत सिंह, चंद्रजीत, इंद्रजीत और सत्यम के नाम भी बिकरू कांड में जोड़ रही है जबकि इनका घटना से कोई लेना-देना नहीं है। यह सब उनके विरोधियों से मिलकर किया जा रहा है। ज्ञापन देने में पूनम, सुषमा, बृजरानी, उमा देवी और पिंकी आदि शामिल थीं।