Kanpur Encounter News: चौबेपुर थाने के 68 पुलिस कर्मी लाइन हाजिर, एसओ पहले ही किए जा चुके निलंबित
कार्यशैली और सत्यनिष्ठा पर संदेह के बाद एसटीएफ की संस्तुति पर एसएसपी ने कार्रवाई की है इसके पहले एसओ दो दारोगा और एक सिपाही को सस्पेंड किया जा चुका है।
कानपुर, जेएनएन। हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे से नजदीकियों के शक और सत्यनिष्ठा पर सवाल उठने पर एसएसपी दिनेश कुमार पी ने मंगलवार रात चौबेपुर थाने के दारोगा सिपाहियों समेत 68 पुुलिस कर्मियों को लाइनहाजिर कर दिया। इससे पहले थाना प्रभारी विनय तिवारी, दारोगा कृष्णकुमार शर्मा, कुंवरपाल और सिपाही राजीव को निलंबित किया जा चुका है। पुराने स्टाफ की जगह सोमवार को यहां 10 नए सिपाहियों को तैनात किया गया था।
एसटीएफ ने विकास और उसके गुर्गों की कॉल डिटेल की जांच की तो थाने के सभी दारोगा और सिपाहियों की भूमिका पर सवाल खड़े हुए। पुलिस सूत्रों के मुताबिक थाने के सभी दारोगा, मुंशी, दीवान, चौकी प्रभारी विकास व उसके गुर्गों के संपर्क में थे। इसी वजह से एसटीएफ ने सभी पर कार्रवाई करने की संस्तुति की थी। मंगलवार रात एसएसपी ने सभी 68 पुलिसकर्मियों को लाइनहाजिर कर दिया। इसमें मुठभेड़ में घायल दारोगा सुधाकर पांडेय, दारोगा विश्वनाथ मिश्रा, अजहर इशरत, अंजली तिवारी शामिल हैैं।
200 पुलिसकर्मियों के नंबर अभी भी सर्विलांस पर
बिल्हौर सर्किल के चौबेपुर, शिवराजपुर, बिल्हौर, ककवन थाने और कानपुर देहात के शिवली थाने के करीब 200 पुलिसकर्मियों के मोबाइल नंबर अभी भी सर्विलांस पर हैैं। उनकी कॉल डिटेल की पड़ताल की जा रही है। इनमें से भी कई की विकास व उसके गुर्गों से बात होती थी।