Bikru Case: साल भर से विकास दुबे के पास थी दीपू दुबे की स्प्रिंगफील्ड राइफल, पुलिस ने दर्ज कराया मुकदमा
विकास दुबे से संबंध होने के चलते चौबेपुर पुलिस ने दीपू दुबे से अदालत के आदेश पर जेल में जाकर पूछताछ की. पुलिस सूत्रों के मुताबिक दीपू दुबे ने स्वीकार किया है कि विकास दुबे को उसने अपनी लाइसेंसी स्प्रिंगफील्ड राइफल साल भर पहले रखने के लिए दे दी थी
कानपुर, जेएनएन। दीपू दुबे की लाइसेंसी स्प्रिंगफील्ड राइफल पिछले 1 साल से विकास दुबे के पास ही थी। लखनऊ जेल में बंद दीपू दुबे ने यह जानकारी पुलिस को दिए गए बयान में दी है। इसके बाद पुलिस ने चौबेपुर थाने में दीपू दुबे के खिलाफ लाइसेंसी शस्त्र के दुरुपयोग का एक और मुकदमा दर्ज कर लिया है। गैंगस्टर विकास दुबे के भाई दीपू दुबे ने पिछले दिनों लखनऊ के कृष्णा नगर थाने में दर्ज एक मुकदमे में वांछित होने के बाद आत्मसमर्पण कर दिया था। दीपू चौबेपुर में दर्ज शस्त्र अधिनियम और फर्जी सिम के मामले में आरोपित हैं।
विकास दुबे से संबंध होने के चलते चौबेपुर पुलिस ने दीपू दुबे से अदालत के आदेश पर जेल में जाकर पूछताछ की पुलिस सूत्रों के मुताबिक दीपू दुबे ने स्वीकार किया है कि विकास दुबे को उसने अपनी लाइसेंसी स्प्रिंगफील्ड राइफल साल भर पहले रखने के लिए दे दी थी विकास दुबे ही उस राइफल का प्रयोग करता था।
गौरतलब है कि 2 जुलाई को बिकरू में पुलिस कर्मियों पर हुए हमले में स्प्रिंगफील्ड राइफल का प्रयोग किया गया था। क्योंकि पुलिस ने मौके से खतरनाक अमेरिकन विंचेस्टर कारतूस बरामद किए थे, यह कारतूस स्प्रिंगफील्ड राइफल से चलाए जा सकते थे, हालांकि दीपू दुबे ने पुलिस को यह नहीं बताया कि अब यह राइफल कहां है। उसके मुताबिक वारदात के बाद विकास दुबे अपने साथ में राइफल लेकर चला गया था। एसपी ग्रामीण बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि जेल में दीपू दुबे द्वारा दिए गए बयानों के आधार पर पुलिस ने चौबेपुर थाने में उसके खिलाफ एक और मुकदमा दर्ज करा दिया है या मुकदमा लाइसेंसी शस्त्र के दुरुपयोग का है। एसपी ग्रामीण ने बताया कि वारदात के बाद दीपू और विकास में बातचीत नहीं हुई। हालांकि प्रेम प्रकाश पांडे की बहू मनु के द्वारा उसे गांव में 2 जुलाई को हुई घटना के बारे में तत्काल जानकारी मिल गई थी। जानकारी मिलते ही वह अपने घर से परिवार के साथ फरार हो गया था।