विजय शंकर तिवारी बोले- विहिप के एजेंडे में काशी और मथुरा भी, समय आने पर बढ़ाएंगे आगे
विश्व हिंदू परिषद के प्रवक्ता विजय शंकर तिवारी ने कहा-भाजपा स्पष्ट तौर पर हिंदू विचारधारा को लेकर चल रही है। विहिप का भी नारा है कि जो हिंदू हित की बात करेगा वही देश पर राज करेगा। शिवसेना मुंबई में टीपू सेना के रूप में कार्य कर रही है।
कानपुर, जागरण संवाददाता। काशी और मथुरा विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के एजेंडे में हैं और समय आने पर इन्हें आगे बढ़ाया जाएगा। यह बात विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता विजय शंकर तिवारी ने कही। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) स्पष्ट तौर पर हिंदू विचारधारा लेकर चल रही है और हमारा नारा ही है कि जो हिंदू हित की बात करेगा, वही देश पर राज करेगा।
एक निजी कार्यक्रम में कानपुर आए विहिप प्रवक्ता ने गोविंद नगर स्थित विहिप कार्यालय में पत्रकारों से कहा कि राष्ट्रवाद के लिए भाजपा प्रखर रूप से कार्य कर रही हैं। इन्हीं मूल्यों को बचाने के लिए विहिप भी लगी है। काशी, मथुरा के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि दोनों ही हमारे एजेंडे में हैं लेकिन राम मंदिर का निर्माण चल रहा है। एक समय में एक ही धरातल पर विजयश्री प्राप्त करना उचित होता है। समय आने पर इन दोनों को भी उठाएंगे। उनके मुताबिक धर्मस्थल के विषय को सरकारों से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए।
उन्होंने शिवसेना पर आरोप लगाया कि वह राष्ट्रवादी विचारधारा से भटक गई है। इस समय टीपू सेना के रूप में कार्य कर रही है। मुंबई में विहिप ने बुधवार को बड़ा प्रदर्शन किया। वहां शिवसेना टीपू सुल्तान के नाम पर पार्क बना रही है। जिसने एक दिन में 20 हजार हिंदुओं का कत्ल किया हो। उसके नाम पर पार्क बनाने को हिंदू समाज बर्दाश्त नहीं करेगा। इससे शिवसेना का चरित्र सामने आया है। वह किसी और महापुुरुष के नाम पर पार्क बना सकती थी। उन्होंने कहा कि जिन मंदिर में रिसीवर बैठे हैं, उन्हें भक्तों को सौंपा जाना चाहिए।
देश के दामाद नहीं नागरिक बनकर रहें : हिंदुओं के खिलाफ लगातार आ रहे बयानों पर उन्होंने कहा कि ऐसे लोग देश में दामाद बनकर नहीं नागरिक बनकर रहें। ङ्क्षहदू समाज के पुरुषार्थ को ललकारना नहीं चाहिए।
प्रत्याशियों की गंभीरता का मूल्यांकन करती है जनता : एक विधायक द्वारा मारपीट करने की बात कहने पर उन्होंने कहा कि किसी भी दल के प्रत्याशी को ऐसी बात नहीं करनी चाहिए। हम वैचारिक युद्ध लड़ रहे हैं, एक-दूसरे को मारने का नहीं। जनता समझदार है और वह मूल्यांकन करती हैं कि उनका नेता कितना गंभीर है।