विहिप के प्रांतीय अध्यक्ष बोले- नहीं करेंगे किसी दल का समर्थन पर, सौ फीसद मतदान का है आह्वान
विश्व हिंदू परिषद की दो दिवसीय अर्धवार्षिक प्रांतीय बैठक का आयोजन श्रीमुनि विद्यालय में हुआ। यहां पर कानपुर प्रांत की सभी 21 जिला इकाइयों के पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित रहे और सौ फीसद मतदान के लिए लोगों को प्रेरित करने की अपील की।
कानपुर, जागरण संवाददाता। विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय अध्यक्ष राजीव महाना, संगठन मंत्री मधुराम, मंत्री वीरेंद्र पांडेय ने संयुक्त रूप से कहा है कि किसी राजनीतिक दल का समर्थन नहीं करेंगे लेकिन लोगों को सौ फीसद मतदान के लिए प्रेरित करेंगे। हालांकि उन्हाेंने यह भी स्पष्ट किया कि विश्व हिंदू परिषद के एजेंडे के करीब भारतीय जनता पार्टी है, इसलिए उसे समर्थन देने में कोई गुरेज नहीं है।
श्रीमुनि विद्यालय में आयोजित दो दिवसीय अर्धवार्षिक प्रांतीय बैठक के बाद पत्रकार वार्ता में उन्होंने बताया कि दो दिवसीय बैठक में आगामी कार्यक्रम तय किए गए हैं। बैठक में कहा गया कि 50 से 60 प्रतिशत मतदाता ही अपने मत का प्रयोग करते हैं, जिससे कि कई बार बहुसंख्यक हिंदू समाज के हित की अनदेखी करने वाले सत्ता में आ जाते हैं। इसलिए ज्यादा से ज्यादा मतदान के लिए प्रेरित करना होगा।
कानपुर प्रांत के सभी मोहल्ले में घर-घर जाकर हिंदू समाज को शत प्रतिशत मतदान के लिए प्रेरित किया जाएगा। इसमें नारा दिया गया कि सभी रामभक्त मतदान की शक्ति से राष्ट्रभक्ति करेंगे। बैठक में मथुरा, काशी से लेकर हिंदू गौरव के हर सांस्कृतिक स्थलों को पुनः स्थापित करने का आह्वान किया गया।
आगामी कार्यक्रमों में पांच से 15 फरवरी तक वसंतोत्सव के कार्यक्रम होंगे। दो अप्रैल को नवरात्र के साथ हिंदू नव वर्ष मनाया जाएगा। इसमें घर-घर भगवा ध्वज फहराया जाएगा। इसके बाद रामनवमी के मौके पर 10 से 17 अप्रैल तक रामोत्सव के कार्यक्रम होंगे। इसके अलावा हनुमान जयंती, गोपाष्टमी के कार्यक्रम सभी बस्तियों में होंगे। उनके अनुसार वर्ष 2024 में विहिप के 60 वर्ष पूरे हो रहे हैं। इस अवसर कोई हिंदू बेरोजगार ना रहे, इससे जुड़े कार्यक्रम चलाए जाएंगे। बैठक में हिंदू कन्या रक्षा, गौरक्षा, मठ-मंदिर सुरक्षा, मतांतरण पर अंकुश जैसे विषयों पर भी चर्चा हुई। इसमें तय हुआ कि विहिप हर हिंदू परिवार को जोड़कर संपूर्ण हिंदू समाज को एक सूत्र में पिरोकर जातीय भेदभाव, छुआछूत को दूर करेगा। बैठक में कानपुर प्रांत की सभी 21 जिला इकाइयों के पदाधिकारी और कार्यकर्ता रहे।