उद्यमियों की समस्याएं सुलझाने द्वार पर जाएगा यूपीसीडा, औद्योगिक क्षेत्र के लिए बनीं 15 टीमें
यूपीसीडा ने 15 टीमें बनाई हैं जो औद्योगिक क्षेत्रों में गोष्ठियां आयोजित करके उद्यमियों की समस्याएं सुनेगी और उनका निस्तारण कराएगी। वहीं क्षेत्रीय प्रबंधक और परियोजना प्रबंधक सुविधाओं की जानकारी भी देंगे। अभियान 18 से 25 अक्टूबर तक चलेगा।
कानपुर, जेएनएन। उद्यमियों की समस्याओं को सुलझाने और उन्हें नई सुविधाओं की जानकारी देने के लिए उप्र राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) प्रबंधन ने नई पहल की है। अब क्षेत्रीय प्रबंधक, परियोजना प्रबंधक व अन्य वरिष्ठ अधिकारी औद्योगिक क्षेत्र में गोष्ठियों का आयोजन करेंगे। ये गोष्ठियां प्राधिकरण के सभी औद्योगिक क्षेत्रों में आयोजित होंगी। अभियान 18 से 25 अक्टूबर तक चलेगा। सिर्फ 19 और 24 अक्टूबर को गोष्ठियां नहीं होंगी।
प्राधिकरण उद्यमियों और अन्य आवंटियों को 24 तरह की सेवाएं आनलाइन दे रहा है। उद्यमी बिना दफ्तर आए ही इन सेवाओं का लाभ ले सकते हैं। इनमें भूखंड का आवंटन से लेकर नामांतरण और बकाया देयों की अदायगी भी शामिल है। निवेश मित्र पोर्टल के माध्यम से भी उद्यमियों को कई तरह की सेवाएं दी जा रही हैं। सुविधाओं के बारे में उद्यमियों को बताने और उनकी समस्याएं अब उनके दरवाजे पर जाकर सुनने की पहल प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी मयूर कुमार माहेश्वरी ने की है। कुल 15 टीमें बनाई गई हैं।
प्रत्येक टीम को अलग-अलग औद्योगिक क्षेत्र की जिम्मेदारी दी है। सूबे में प्राधिकरण के 154 औद्योगिक क्षेत्र हैं। इनमें से उद्यमियों की कई तरह की समस्या होती है। भूखंड की रजिस्ट्री, भूखंड के हस्तांतरण, बकाया देयों की अदायगी, भूखंड के नामांतरण, परियोजना परिवर्तन, भू उपयोग परिवर्तन, सब डिवीजन से जुड़े मामलों का निस्तारण आनलाइन तो हो रहा है, लेकिन कुछ उद्यमियों को भटकना भी पड़ता है। उन्हें समस्या का समाधान कैसे होगा यह भी बताया जाएगा।