UPSEE Result 2020 : जानिए-टॉपरों ने कैसे पाई सफलता, अब क्या हैं उनके सपने
यूपीएसईई 2020 का परिणाम घोषित होने पर शहर के कई होनहारों ने भी प्रदेश और शहर स्तर पर टॉपरों में जगह बनाई है हर्षित ने एमसीए वर्ग में प्रदेश टॉप किया है तो धीरज कुकरेजा ने तीसरा स्थान पाया है।
कानपुर, जेएनएन। यूपीएसईई 2020 का परिणाम आने के बाद शहर के टॉपरों ने भी नाम रोशन किया है। उनकी मेहनत रंग लाई और वो सफल हुए हैं। अपनी सफलता श्रेय उन्होंने अपने माता-पिता और गुरुजनों को दिया। आइए, उनकी जुबानी जानने का प्रयास करते हैं सफलता का राज क्या रहा और आगे अब उनकी क्या चाहत है।
संघ लोकसेवा आयोग की तैयारी करना चाहते हैं हर्षित
यूपीएसईई 2020 के एमसीए वर्ग में प्रदेश का टॉपर हर्षित ओमर नौकरी के साथ ही संघ लोक सेवा आयोग की तैयारी करना चाहते हैं। उनके पिता प्रवीण कुमार गुप्ता का जनरल स्टोर है, जबकि मां अर्चना गुप्ता निजी स्कूल में शिक्षिका हैं। बड़ा भाई एमटेक कर रहा है। हर्षित के मुताबिक उसने 12वीं की पढ़ाई यशोदा नगर के स्कूल से की, जबकि बीसीए वीरेंद्र स्वरूप इंस्टीट्यूट ऑफ कंप्यूटर स्टडीज से किया। उनका मन शुरू से ही कंप्यूटर की प्रोग्रामिंग और कोडिंग में लगा रहता था। बीटेक जानबूझ कर नहीं किया। देश के लिए सॉफ्टवेयर विकसित करना चाहते हैं।
सिर्फ पढ़ाई और प्रवेश परीक्षा पर रहा ध्यान
एमसीए में प्रदेश में तीसरा स्थान लाने वाले दबौली के धीरज कुकरेजा का कहना है कि वह सिर्फ पढ़ाई और प्रवेश परीक्षा पर ही ध्यान देते थे। मन में हमेशा सकारात्मक सोच रहती थी। उनके पिता अनिल कुकरेजा प्राइवेट जॉब करते हैं। मां कोमल कोमल कुकरेजा हाउस वाइफ हैं। छोटा भाई सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहा है। धीरज का चयन आइआइटी बीएचयू में भी हो गया है, वह वहां से एमसीए करने पर विचार कर रहे हैं। 12वीं की पढ़ाई चिंटल्स और बीएससी क्राइस्ट चर्च कॉलेज से पूरा किया है।
आइआइटी से बीटेक करेंगे सिटी टॉपर
बीटेक में शहर से दूसरा स्थान हासिल करने वाले अक्षय कुमार वर्मा आइआइटी से इलेक्ट्रिकल इंजीनयरिंग करना चाहते हैं। उनकी जेईई एडवांस्ड में 3909 रैंक आई है, जबकि ओबीसी कैटैगरी में 618 रैंक थी। उनके पिता अजीत कुमार वर्मा अर्मापुर स्थित पोस्ट ऑफिस में हैं। मां क्षमा वर्मा गृहणी हैं। छोटी बहन 12वीं से कॉमर्स की पढ़ाई कर रही है। अक्षय कुमार के 12वीं में 94 फीसद अंक थे। यूपीएसईई में उनकी 32 रैंक आई है।
आइआइटी दिल्ली से करेंगे सिविल इंजीनयरिंग
बीटेक में सिटी टॉपर ज्ञानेंद्र आइआटी दिल्ली से सिविल इंजीनयरिंग की पढ़ाई करना चाहते हैं। उनकी यूपीएसई में 15 रैंक आई है। ज्ञानेंद्र के पिता इंद्रपाल कुशवाहा एचएएल ममें हैं, जबकि मांग संगीता कुशवाहा हाउस वाइफ हैं। बड़ा भाई बीटेक कर चुका है, जबकि बड़ी बहन बी फार्मा कर रही है। एचएएल स्कूल से 12वीं की परीक्षा पास की। जेईई एडवांस्ड में 7328 रैंक आई। सिविल इंजीनियरिंग के साथ वह प्रशासनिक अफसर बनने की तैयारी करेंगे।