यूपीसीए ने खेला नया पैतरा, अब 30 को होगी वर्चुअल एजीएम, चुनाव टालने पर फोकस
यूपीसीए ने एजीएम की तिथि को बढ़ाकर 30 दिसंबर कर दिया। एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने इस बार एसोसिएशन ने वर्चुअल एजीएम कराने की घोषणा कर दी। जिसके बाद से एपेक्स के सदस्यों की रातों की नींद उड़ी हुई है।
कानपुर, जागरण संवाददाता। उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (यूपीसीए) इस समय काफी चर्चा का विषय बना हुआ है। यहां एपेक्स के कई सदस्यों ने बागी रुख अपना कर चुनाव की मांग की हुई है लेकिन संघ के आलाधिकारी इससे बचने को वह सभी पैतरे अपना रहे हैं जो उनकी मुसीबतें कम कर सके। बागियों के मोर्चा खोलने के बाद आलाधिकारियों ने पिछले दिनों तय किया था कि वार्षिक आमसभा 22 दिसंबर को कमला क्लब में होगी। लेकिन गाजियाबाद के एपेक्स सदस्य राकेश मिश्रा ने इसमें भी कमियां गिनाकर नई मांग रखी। जिसके बाद यूपीसीए ने एजीएम की तिथि को बढ़ाकर 30 दिसंबर कर दिया।
एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने तिथि बढ़ाने के साथ एक और पैतरा खेला। इस बार एसोसिएशन ने वर्चुअल एजीएम कराने की घोषणा कर दी। जिसके बाद से एपेक्स के सदस्यों की रातों की नींद उड़ी हुई है। वर्चुअल एजीएम होने की दशा में चुनाव होने से रहे। क्योंकि पिछले महीनों जब भी कभी वर्चुअल बैठकें हुई तो बुलंद आवाज करने वाले बागियों के माइक बंद कर दिए जाते रहे हैं। जिसको लेकर बाद में खूब बवाल देखने को मिला था। लिहाजा यह तो तय हो गया कि अब चुनाव होने की संभावना न के बराबर है। उधर राकेश मिश्रा ने इसके खिलाफ भी बिगुल बजाने में देरी नहीं की और विरोध करने को कहा है। जिसके पक्ष में एपेक्स के सदस्य मनोज पुंडीर ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दायर कर दी।
सूत्रों के मुताबिक यूपीसीए इसलिए ऐसा कर रहा है कि क्योंकि कमला क्लब में बैठक में उन्हें हंगामे का सामना करना पड़ता। जो एजेंडे बागियों द्वारा रखे गये व पिछली सभी बैठकों के मिनट्स मांगे गये वह देने पड़ सकते हैं। चुनाव कराना अलग सिरदर्द। इसलिये वर्चअल बैठक रख एजीएम की खानापूर्ति हो सकती है। जिससे यूपीसीए किसी तरह आठ माह का समय पूरा कर लेगी और एपेक्स समेत पूरी कार्यकारणी का कार्यकाल पूरा हो जाएगा।