दादरा-नगर हवेली में पिता-पुत्री की मौत से उन्नाव में आक्रोश, आर्थिक मदद को आगे आए यूपी विधानसभा अध्यक्ष
चार साल की मासूम की दुष्कर्म के बाद कर दी गई थी हत्या पिता ने कर ली थी खुदकुशी। गुस्साए ग्रामीणों ने उन्नाव-रायबरेली मार्ग पर धरना दे दोषियों को सजा व परिवार की मदद की मांग रखी। बेटी व पति को गंवा चुकी पत्नी अस्पताल में भर्ती है।
उन्नाव, जेएनएन। केंद्र शासित प्रदेश दादरा और नगर हवेली की राजधानी सिलवासा से छह किमी दूर नरौली गांव में चार वर्षीय बेटी की दुष्कर्म के बाद हत्या और पिता की आत्महत्या से उन्नाव में आक्रोश है। पिता-पुत्री यहां बीघापुर थानाक्षेत्र के एक गांव के रहने वाले थे। सोमवार सुबह ग्रामीणों ने उन्नाव-रायबरेली मार्ग पर धरना देकर आरोपितों को फांसी व पीडि़त परिवार की मदद की मांग की।
ग्रामीणों ने कहा कि पीडि़त परिवार को सरकार 25 लाख रुपये, एक सदस्य को नौकरी व दोषियों को फांसी की सजा दिलाए। धरनास्थल पहुंचे सीओ दयाशंकर पाठक व सीओ कृपाशंकर कनौजिया ने सीएम को संबोधित ज्ञापन लेकर उनकी मांग शासन तक पहुंचाने का आश्वासन दिया लेकिन ग्रामीण मांगें पूरी न होने तक धरना जारी रखने की बात पर अड़े रहे।
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वहीं, अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा ने अधिकारियों को दिए राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन में केंद्र व दमनदीव सरकार से मामले में उचित कार्रवाई कर आरोपित को फांसी व पीडि़त परिवार की मदद की मांग की। इस दौरान जिलाध्यक्ष आशुतोष त्रिपाठी व विजय द्विवेदी मौजूद रहे।
बजरंग दल ने भी राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन दिया। जिला संयोजक नमन बाजपेयी ने दोषियों को सजा व पीडि़त परिवार की मदद की मांग की। इस दौरान विभाग संयोजक रघुवंश मणि, जिलाध्यक्ष विहिप संजय शुक्ला, जिला कोषाध्यक्ष सुनील, जिला गोरक्षा प्रमुख श्याम बहादुर, गणपति, शिवम आदि रहे।
बहू कोमा में, सास बीमार
गांव में रह रही दिवंगत युवक की मां बेटे व नातिन की याद में बेसुध होकर अस्वस्थ होती जा रही हैं। वहीं, बेटी व पति को गंवा चुकी पत्नी भी कोमा की स्थिति में अस्पताल में भर्ती है।
विस अध्यक्ष ने दी सांत्वना व आर्थिक मदद
उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष हृदयनरायन दीक्षित देर शाम मृत युवक के घर पहुंचे। युवक की मां को सांत्वना देकर विवेकाधीन कोष से 40 हजार रुपये देने की घोषणा की। इसके अलावा अधिकारियों से वार्ता कर नियमानुसार अन्य मदद दिलाने की बात कही। धरनास्थल पर उनके न रुकने से वहां बैठे लोग मायूस रहे और आक्रोश जताया।