यूपीसीडा की ठेकेदारी छूटी तो बन गया नशे का तस्कर, कानपुर में युवती संग पकड़ा गया
एसटीएफ ने मादक पदार्थ तस्कर महिला और युवक को पकड़ा है। दोनों शाहजहांपुर से आई अल्प्राजोलाम की खेप इटावा ले जा रहे थे। दो लाख रुपये में खरीदकर तीन से पांच लाख में गिरोह बेचता है। पकड़ा गया युवक यूपीसीडा में ठेकेदारी करता था।
कानपुर, जागरण संवाददाता। मादक पदार्थों में काम आने वाली अल्प्राजोलाम की बड़ी खेप मंगलवार को स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने पकड़ी। यह खेप शाहजहांपुर से इटावा जा रही थी। खेप लाने वाले युवक और इटावा लेकर जाने वाली युवती को गिरफ्तार करके 240 ग्राम अल्प्राजोलाम बरामद किया गया है।
एसटीएफ के मुताबिक, बर्रा आठ के रामगोपाल चौराहा पर मादक पदार्थ के रूप में प्रयोग की जाने वाली अल्प्राजोलाम की बड़ी खेप आने की सूचना मिली। मुखबिर की निशानदेही पर खेप का लेनदेन कर रहे युवक व महिला को हिरासत में लिया गया। उनके पास थैले में 240 ग्राम अल्प्राजोलाम की बरामदगी हुई। युवक ने बताया, उसका नाम रंजन राजपूत निवासी आवास विकास, कल्याणपुर, कानपुर है। वह यूपीसीडा में ठेकेदार था। काम बंद होने पर मादक पदार्थों की तस्करी में शामिल हो गया। वह यह माल शाहजहांपुर के किसी खान नामक व्यक्ति से लेकर आया था। खान के बारे में उसे और जानकारी नहीं है।
वहीं, युवती ने बताया कि उसका नाम शबा खान निवासी आजाद नगर टीला, बाईपास, इटावा है। वह तलाकशुदा है। उसने बताया कि इटावा में क्षेत्रीय अफजाल के साथ मिलकर वह मादक पदार्थों की क्षेत्र में बिक्री करती है। उसी ने रंजन से माल मंगवाया था। एसटीएफ कानपुर इकाई के इंस्पेक्टर लान सिंह ने बताया कि अल्प्राजोलाम नशे के रूप में प्रयोग की जाती है, जो प्रतिबंधित है। आरोपित इसे दो लाख रुपये किलो के हिसाब से लाकर तीन से पांच लाख रुपये प्रतिकिलो में बेचते हैं। गिरोह के अन्य सदस्यों व तस्करी की चेन के बारे में एसटीएफ पड़ताल कर रही है।