Move to Jagran APP

UP Panchayat Chunav Result 2021: पिछले तीन चुनावों में हार रहे बृजेश इस बार जीते प्रधानी, विजय से पहले ही बंद कर लीं आंखें

UP Panchayat Chunav Result 2021 ग्राम पंचायत रैसेपुर के प्रधान पद प्रत्याशी बृजेश सिंह 28 अप्रैल को बीमार हो गए थे। 29 अप्रैल को मतदान के दौरान उन्हें मैनपुरी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। शनिवार सुबह चार बजे हृदय गति रुकने से उनकी मौत हो गई।

By Shaswat GuptaEdited By: Published: Mon, 03 May 2021 10:57 PM (IST)Updated: Mon, 03 May 2021 10:57 PM (IST)
UP Panchayat Chunav Result 2021: पिछले तीन चुनावों में हार रहे बृजेश इस बार जीते प्रधानी, विजय से पहले ही बंद कर लीं आंखें
ग्राम पंचायत रैसेपुर के प्रधान पद पर जीत दर्ज करने वाले दिवंगत बृजेश सिंह फाइल फोटो।

फर्रुखाबाद, जेएनएन। [result sec.up.nic.inत्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर अलग-अलग जिलाें से कोई न कोई नई खबर निकलकर आ रही है। इस बार खबर आई है फर्रुखाबाद जिले से, जहां प्रधानी का चुनाव जीतने से पहले ही बृजेश जिंदगी से जंग हार गए। दरअसल, इस बार रैसेपुर ग्राम पंचायत से प्रधान पद का चुनाव लड़ रहे बृजेश बीते तीन चुनाव में हार का सामना कर चुके हैं। इस बार जब उनके जीत की खबर आई तो पता चला कि उनकी आंखें बंद हो चुकी हैं।

prime article banner

इस तरह हुई प्रत्याशी की मौत: ग्राम पंचायत रैसेपुर के प्रधान पद प्रत्याशी बृजेश सिंह 28 अप्रैल को बीमार हो गए थे। 29 अप्रैल को मतदान के दौरान उन्हें मैनपुरी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। शनिवार सुबह चार बजे हृदय गति रुकने से उनकी मौत हो गई। मतगणना में बृजेश सिंह ने निकटतम प्रतिद्वंद्वी रामकिशोर शर्मा को 150 मतों से हराया। बृजेश सिंह की मृत्यु होने से जीत का प्रमाण पत्र रद कर दिया गया। रैसेपुर ग्राम पंचायत में प्रधान पद का दोबारा चुनाव होगा।

इनका ये है कहना: निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि विजयी प्रधान की मृत्यु हो जाने से प्रमाण पत्र रद कर दिया गया है। अब दोबारा उपचुनाव कराया जाएगा।

बृजेश को टक्कर देने मैदान में उतरे थे उनके चाचा: बृजेश को 514 वोट मिले जबकि रामकिशोर को 370 मत मिले, एक अन्य प्रत्याशी डॉ. जेपी राजपूत को 188 वोट मिले। डॉ. जेपी राजपूत बृजेश के चाचा हैं, जिन्होंने बृजेश को हराने के लिए पर्चा भरा था। जेपी सिंह राजपूत एक समय में भाजपा सांसद साक्षी महाराज के प्रमुख समर्थक थे। इस पूरे मामले में एक खास बात ये है कि इस बार तो बृजेश को चुनाव में विजयी घोषित किया गया, लेकिन पिछले तीन चुनाव में वो हार का सामना कर रहे थे। उनको वर्ष 2005, 2010 और 2015 के चुनाव में क्रमश: आठ, एक आैर दो मतों से शिकस्त मिल थी। हालांकि इस बार 150 मतों से चुनाव जीतने के बाद भी उनके घर की खुशियां मातम में तब्दील हो गईं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.