UP Panchayat Chunav: कानपुर की बहू ने गांव को दिलाया ओडीएफ का दर्जा, प्रधान बनकर 197 परिवारों को दिया इज्जतघर
बिधनू के शाहपुर की प्रधान बबली ने हर घर में बनवा दिए इज्जतघर। मुख्यमंत्री से मिली आठ लाख रुपये की धनराशि से बनवाई बरातशाला। बबली ने शौचालय के बाद गांव की गलियों को जलभराव से मुक्त करने के लिए इंटरलॉकिंग खड़ंजा का काम और नालियों का निर्माण शुरू कराया।
कानपुर, जेएनएन। वर्ष 2011 में दुल्हन बनकर बिधनू विकास खंड के शाहपुर गांव पहुंचीं बबली वर्मा को खुले में शौच जाना नहीं भाया। खेतों में शौच जाने के दौरान गांव की अधिकांश महिलाएं उनसे इसी दुश्वारी से मुक्ति की बात करतीं। इस पर बबली ने पहले पति से घर पर इज्जतघर बनवाने को कहा। इसके बाद पति से अनायास बोलीं, यदि प्रधान बन जाऊं तो हर घर में पहले इज्जतघर बनवा दूंगी। इसी पक्के इरादे को लेकर चुनाव मैदान में उतरीं बबली को जनता ने 2015 में प्रधान बना दिया। फिर प्रधान (बहू) ने गांव के हर घर में इज्जतघर बनवाकर वादा पूरा किया। इसके साथ ही गांव को ओडीएफ (खुले में शौच मुक्त) बनाकर मुख्यमंत्री से मिली धनराशि से गांव में बरातशाला बनवाई।
स्वच्छ भारत मिशन के तहत पाया मुकाम
बबली ने शौचालय के बाद गांव की गलियों को जलभराव से मुक्त करने के लिए इंटरलॉकिंग, खड़ंजा का काम और नालियों का निर्माण शुरू कराया। स्वच्छ भारत मिशन के तहत उन्होंने गांव के 197 घरों में शौचालय बनवा गांव को ओडीएफ का दर्जा दिलाया। उन्हें 13 मार्च 2019 को लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 8 लाख रुपये की चेक देकर सम्मानित किया। इस धनराशि को उन्होंने गांव की बरातशाला निर्माण में लगा दिया। इसके बाद 2 अक्टूबर 2019 को गुजरात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छता को लेकर प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। साथ ही बिठूर महोत्सव में तत्कालीन केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने भी पुरस्कृत किया। उन्होंने गांव में आकर्षक बरातशाला, सामुदायिक शौचालय, खेल मैदान, सड़क और नाली का निर्माण कराकर शाहपुर को एक श्रेष्ठ ग्राम पंचायत का दर्जा दिलाया।
खत्म किए कच्चे रास्ते व जलभराव
पहले गांव की कच्ची गलियों में जलभराव रहता था। प्रधान बबली ने ग्राम पंचायत निधि से खड़ंजा और इंटरलाङ्क्षकग सड़क बनवाई। आज गांव में जलभराव व कच्चे रास्ते की समस्या नहीं है।
अंधेरे से मुक्त हुआ गांव
पहले सूरज ढलते ही आधे गांव में अंधेरा हो जाता था क्योंकि आधे गांव में विद्युतीकरण ही नहीं था। प्रधान बहू ने विद्युतीकरण करवाकर पूरे गांव को अंधेरे से मुक्त कराया।
ग्रामीणों की जुबानी
- बबली ने प्रधान बनने के बाद इज्जतघर बनवाए। अब गांव की महिलाओं को खुले में शौच के लिए नहीं जाना पड़ता। - सावित्री देवी
- महिला होकर भी बबली ने गांव का नाम रोशन किया है। जिससे गांव का हर व्यक्ति प्रधान बहू पर गर्व करता है। - राजनारायण दुबे
- बीते पांच वर्षों में जो विकास के कार्य हुए, वह निश्चित रूप से सराहनीय हैं। पूरे देश में गांव की पहचान बन गई। - रामसेवक शुक्ला
- गांव की गलियों में अब जलभराव नहीं मिलता। बबली ने विकास कार्य कराके शाहपुर की सूरत ही बदल दी है। - हरिनारायण यादव