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UP Gomti River Front Scam: इटावा में शिवपाल के करीबी ठेकेदार से चार घंटे चली पूछताछ, सीबीआइ ने पूछे 15 सवाल

UP Gomti River Front Scam सीबीआइ अफसर पुनीत से उसके घर में देर रात तक अलग कमरे में बैठकर बातें करते रहे। 15 सवालों के जवाब लिए। सीबीआइ टीम अपने साथ कंप्यूटर प्रिटर फोटो कापी व लेमिनेशन मशीन भी लाई थी।

By Shaswat GuptaEdited By: Published: Tue, 06 Jul 2021 10:01 PM (IST)Updated: Tue, 06 Jul 2021 10:10 PM (IST)
UP Gomti River Front Scam: इटावा में शिवपाल के करीबी ठेकेदार से चार घंटे चली पूछताछ, सीबीआइ ने पूछे 15 सवाल
इटावा में पुनीत अग्रवाल के बाहर खड़े अफसर।

इटावा, जेएनएन। UP Gomti River Front Scam: पूर्व मंत्री और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव के करीबी बताए जा रहे ठेकेदार पुनीत अग्रवाल से गोमती रिवर फ्रंट घोटाले को लेकर सीबीआइ टीम ने सोमवार देर रात चार घंटे तक पूछताछ की। इसके बाद टीम कुछ कागजात लेकर लौट गई। ठेकेदार की फर्म की ओर से किए गए कार्यों के कागजातों की भी पड़ताल की। उधर, ठेकेदार के पूरे घर की तलाशी भी ली गई, लेकिन कोई भी नकदी या अन्य आपत्तिजनक सामान नहीं मिला। 

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सूत्रों के मुताबिक, सीबीआइ अफसर  पुनीत से उसके घर में देर रात तक अलग कमरे में बैठकर बातें करते रहे। 15 सवालों के जवाब लिए। सीबीआइ टीम अपने साथ कंप्यूटर प्रिटर, फोटो कापी व लेमिनेशन मशीन भी लाई थी। पूछताछ के दौरान पुनीत के वकील भी लगातार साथ में रहे। हालांकि, परिवार के सदस्यों को अलग कमरे में शिफ्ट कर दिया गया था।

बाद में पुनीत ने जागरण को बताया कि सीबीआइ टीम कागजातों के बारे में जानकारी करके चली गई है। वह पहले ही सारे कागजात सीबीआइ को दे आए थे। उन्होंने सिर्फ दो करोड़ रुपये का काम गोमती रिवर फ्रंट में किया है। उनके काम में कहीं कोई गड़बड़ी नहीं है।  

हरिद्वार से लौटे थे पुनीत अग्रवाल: सोमवार को चर्चा थी कि पुनीत सीबीआइ टीम के आने के बाद गायब हो गए, लेकिन वह पिछले चार दिन से अपने परिवार के साथ हरिद्वार में थे। उनके साथ दो दोस्त भी थे। सूत्रों के मुताबिक, जब वह घर पर नहीं मिले तो सीबीआइ टीम ने उनसे संपर्क किया। सीबीआइ को उन्होंने बताया कि वे बाहर हैं। इस पर सीबीआइ ने उनसे मोबाइल लोकेशन मांगी। जिस होटल में वे ठहरे थे, उसका सीसीटीवी फुटेज मांगा। दोपहर बाद सीबीआइ इस बात से संतुष्ट हो गई थी कि पुनीत भागे नहीं हैं, बल्कि उनका सहयोग कर रहे हैं। सूचना मिलने के बाद वह हरिद्वार से निकले और परिवार समेत रात 10 बजे आवास विकास स्थित अपने नए मकान पर पहुंचे थे। उसके बाद सीबीआइ टीम ने सील मकान को खुलवाकर तलाशी ली और कागजात देखे। 

वरिष्ठ अफसरों को दी जाएगी रिपोर्ट: सीबीआइ टीम पुनीत से पूछताछ के बाद लखनऊ जाकर अपने वरिष्ठ अधिकारियों को रिपोर्ट सौंपेगी। यह रिपोर्ट पूछे गए सवालों के जवाब पर आधारित होगी। अगले निर्देश के बाद आगे की कार्रवाई होगी। 

इनका ये है कहना:

ठेकेदार से क्या पूछताछ हुई, अभी इसकी कोई जानकारी नहीं है। सीबीआइ अमूमन कोई जानकारी नहीं देती है। वे अपनी रिपोर्ट दाखिल करेंगे। उसके बाद मुख्यालय से जानकारी दी जाती है। अभी क्या हुआ, इस बारे में उन्हें कुछ पता नहीं है।  - डा. बृजेश कुमार सिंह, एसएसपी। 


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