कानपुर के दो दर्जन होटलों में रुकने से बच रहे नेताजी, आड़े आ रहा निर्वाचन आयोग का यह कदम
UP Assembly Chunav 2022 निर्वाचन आयोग चुनाव के दौरान उन्हें तमाम खर्चों को पार्टी या उसके प्रत्याशी के खर्च में शामिल करता है। इसमें प्रत्याशी समर्थक या प्रचार के लिए आए लोगों के ठहरने खाने का खर्च भी शामिल किया जाता है।
कानपुर, जागरण संवाददाता। UP Vidhan Sabha Chunav 2022 : विधानसभा चुनाव में नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गई। इसके साथ ही विभिन्न दलों के नेताओं ने भी शहर में डेरा डाल लिया है, लेकिन दो दर्जन होटल ऐसे हैं जहां ये ठहरने से बच रहे हैं। दरअसल, इन होटलों के नाम के साथ ही निर्वाचन कार्यालय ने उनका किराया भी तय कर दिया है। ऐसे में नेताओं को डर है कि यहां उनके ठहरने का खर्च कहीं पार्टी या प्रत्याशी के खर्च में न शामिल हो जाए।
निर्वाचन आयोग चुनाव के दौरान उन्हें तमाम खर्चों को पार्टी या उसके प्रत्याशी के खर्च में शामिल करता है। इसमें प्रत्याशी, समर्थक या प्रचार के लिए आए लोगों के ठहरने, खाने का खर्च भी शामिल किया जाता है। इस कड़ी में निर्वाचन कार्यालय ने होटलों में ठहरने के संबंध में भी अपनी रेट लिस्ट जारी कर दी है। अब प्रत्याशी या अन्य नेता के यहां ठहरने के खर्च को निर्वाचन कार्यालय अपनी रेट लिस्ट से मिलान करेगा। भले ही नेता ने कम खर्च का बिल लगाया हो लेकिन निर्वाचन कार्यालय अपनी तय रेट लिस्ट से ही मापेगा।
सबसे महंगा किराया 15 हजार, सबसे सस्ता 990 रुपये
जिन होटलों की सूची जारी की गई है, उसमें सबसे महंगा 15 हजार रुपये का है तो सबसे सस्ता 990 रुपये का है। हालांकि इन 24 के अलावा जो बाकी होटल में रुकेंगे, उन्हें सामान्य होटल माना गया है। इसमें सिंगल बेड नान एसी का किराया 550 रुपये तो डबल बेड में 600 रुपये है। इसी तरह एसी में सिंगल बेड का 800 रुपये और डबल बेड का 900 रुपये किराया है। इसीलिए सामान्य होटल नेताओं को पसंद आ रहे हैं।
भाजपा कार्यालय में ठहरने की व्यवस्था
भाजपा ने चुनाव तक रुकने वाले कुछ नेताओं के लिए अपने क्षेत्रीय कार्यालय में ही कमरों की व्यवस्था की है। यहां एक दर्जन से ज्यादा लोग रुक सकते हैं।