चेयरमैन पद पर हैट्रिक लगाने की तैयारी में यूपी के सीए
प्रदेश के चार सदस्यों में से कोई चेयरमैन बना तो यह यूपी की हैट्रिक होगी। 1951 में स्थापना के बाद से आज तक सीआइआरसी में किसी प्रदेश के सीए लगातार तीन वर्ष चेयरमैन नहीं बने हैं।
जागरण संवाददाता, कानपुर : उत्तर प्रदेश के चार्टर्ड अकाउंटेंट सेंट्रल इंडिया रीजनल काउंसिल (सीआइआरसी) के चेयरमैन पद पर हैट्रिक लगाने की तैयारी में हैं। सात राज्यों वाले रीजन में दो वर्ष से यूपी के सीए ही चेयरमैन बन रहे हैं। 28 फरवरी को नए पदाधिकारियों का चयन कानपुर में होगा। इसमें प्रदेश के चार सदस्यों में से कोई चेयरमैन बना तो यह यूपी की हैट्रिक होगी। 1951 में स्थापना के बाद से आज तक सीआइआरसी में किसी प्रदेश के सीए लगातार तीन वर्ष चेयरमैन नहीं बने हैं।
सीआइआरसी में सात राज्य उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान हैं। हर वर्ष नए पदाधिकारी चुने जाते हैं। चुनाव में सीआइआरसी के 11 सदस्य वोट डालते हैं। रीजन की तरह से चुने जाने वाले छह सेंट्रल काउंसिल मेंबर भी वोट करते हैं। 17 वोट में जिसे ज्यादा वोट मिलते हैं, वह सभापति होता है।
यूपी से इस समय गाजियाबाद के ज्ञानचंद्र मिश्रा चेयरमैन हैं। पिछले वर्ष कानपुर के दीप कुमार मिश्रा चेयरमैन थे। जनवरी में सदस्यों के चुनाव में यूपी के चार सदस्य जीते थे। इसमें कानपुर से अतुल मेहरोत्रा, अभिषेक पांडेय, गाजियाबाद से मुकेश बंसल, नोएडा से अतुल अग्र्रवाल हैं। सेंट्रल काउंसिल मेंबर के रूप में यूपी से कानपुर के मनु अग्र्रवाल, गाजियाबाद के अनुज गोयल हैं। इस तरह यूपी के छह वोट हैं। सीआइआरसी के दूसरे राज्यों के सदस्यों में छत्तीसगढ़ के शशिकांत चंद्राकर, मध्य प्रदेश के चर्चिल जैन, नीलेश गुप्ता, राजस्थान से दिनेश जैन, सचिन जैन, अभिषेक शर्मा, देवेंद्र सोमानी हैं। सेंट्रल काउंसिल मेंबर में राजस्थान से सतीश गुप्ता, प्रकाश शर्मा, प्रमोद बूब और मध्य प्रदेश से केमिशा सोनी हैं।
28 को कानपुर में सीआइआरसी के पदाधिकारी चुने जाएंगे। अब तक कभी किसी राज्य से लगातार तीन वर्ष चेयरमैन नहीं बने हैं। चेयरमैन के अलावा उपाध्यक्ष, सचिव, कोषाध्यक्ष के पदों पर चयन होगा।
- दीप कुमार मिश्रा, पूर्व चेयरमैन सीआइआरसी।