कोरोना महामारी को देखते हुए यूपी बोर्ड ने किए हैं बदलाव, छात्रों को होगा लाभ
बोर्ड की ओर से इस संबंध में शैक्षिक पंचांग में निर्देश जारी कर दिए गए हैं। दरअसल बोर्ड के अफसरों का कहना है कि जब पिछले करीब दो सालों से पढ़ाई का स्वरूप पूरी तरह से बदल गया है तो उसे देखते हुए परीक्षाओं का स्वरूप बदलना उचित लगा।
कानपुर, जेएनएन। यूपी बोर्ड से पढ़ाई करने वाले नौवीं के छात्रों को इस सत्र में गंभीरता के साथ पढ़ाई करनी होगी। बोर्ड ने कोरोना महामारी को देखते हुए नए प्रारूप में अर्धवाॢषक व वाॢषक परीक्षा कराने का फैसला किया है। इस प्रारूप के तहत परीक्षाओं के दौरान छात्रों को जो पेपर दिए जाएंगे, वह दो अलग-अलग खंड में होंगे। पहले खंड में जहां कुल अंकों के 30 फीसद प्रश्न बहुविकल्पीय होंगे, वहीं दूसरे खंड में कुल अंकों के 70 फीसद सवाल वर्णनात्मक होंगे। बोर्ड की ओर से इस संबंध में शैक्षिक पंचांग में निर्देश जारी कर दिए गए हैं। दरअसल बोर्ड के अफसरों का कहना है, कि जब पिछले करीब दो सालों से पढ़ाई का स्वरूप पूरी तरह से बदल गया है, तो उसे देखते हुए परीक्षाओं का स्वरूप बदलना उचित लगा। जब छात्र नए स्वरूप में पढ़ेंगे और पेपर देंगे तो उन्हेंं किसी तरह की दिक्कत नहीं होगी।
30 फीसद पाठ्यक्रम भी घटाया गया : कोरोना महामारी को देखते हुए बोर्ड ने नौवीं के छात्रों का पाठ्यक्रम भी 30 फीसद घटा दिया है। इससे छात्रों को जहां मानसिक तौर पर मजबूती मिलेगी, वहीं वह तय समय में अपने पूरे पाठ्यक्रम की तैयारी कर सकेंगे। शिक्षकों द्वारा छात्रों को पाठ्यक्रम के विषय में जानकारी दी जाएगी।
इनका ये है कहना
- शैक्षिक पंचांग से यह जानकारी मिली है, कि नौवीं के छात्रों की परीक्षा पुराने प्रारूप से न होकर, नए पैटर्न पर होगी। यह जानकारी सभी शिक्षकों से साझा करेंगे।
- हेमराज सिंह, प्रदेशीय मंत्री, उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ शर्मा गुट
- नौवीं के परीक्षा में जो बदलाव हुए हैं, इसे लेकर सभी प्रधानाचार्यों संग बैठक करेंगे। बैठक में उन्हेंं जानकारी देंगे और इसे क्रियान्वित कराएंगे।- सतीश तिवारी, डीआइओएस