UP Board Examination: 2021 में एक परीक्षार्थी को मिलने वाली 24 वर्गफुट जगह के बजाए 36 वर्गफुट जगह देने का लिया गया फैसला
बोर्ड विशेषज्ञों का मानना है अधिक स्थान देने से परीक्षाॢथयों के बीच शारीरिक दूरी परस्पर बनी रहेगी। इसके साथ ही पिछले वर्षों तक प्रधानाचार्यों द्वारा ही स्कूलों के मानकों को लेकर सत्यापन करा लिया जाता था पर अब शासन से इस काम के लिए चार सदस्यीय समिति गठित हो गई
कानपुर, जेएनएन। यूपी बोर्ड ने अभी तक भले परीक्षा स्कीम न जारी की हो, पर परीक्षा केंद्रों का निर्धारण कैसे करना है इसे लेकर विस्तृत दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। केंद्रों के निर्धारण में मुख्य रूप से कोविड-19 के नियमों का ध्यान रखा गया है, जिसके तहत बोर्ड परीक्षा 2021 में एक परीक्षार्थी को अभी तक मिलने वाली 24 वर्गफुट जगह के बजाए 36 वर्गफुट जगह देने का फैसला किया गया है। बोर्ड विशेषज्ञों का मानना है, अधिक स्थान देने से परीक्षाॢथयों के बीच शारीरिक दूरी परस्पर बनी रहेगी। इसके साथ ही पिछले वर्षों तक प्रधानाचार्यों द्वारा ही स्कूलों के मानकों को लेकर सत्यापन करा लिया जाता था, पर अब शासन से इस काम के लिए चार सदस्यीय समिति गठित हो गई है, जिसमें एक अभियंता. एक तहसीलदार, एक प्रधानाचार्य व एक एसडीएम शामिल हैं।
जिले में 50 फीसद तक बढ़ सकती परीक्षा केंद्रों की संख्या
डीआइओएस सतीश तिवारी ने बताया कि परीक्षा के दौरान परीक्षार्थी कोरोना वायरस के संक्रमण से बचे रहें, इसके लिए परीक्षा केंद्रों की संख्या को बढ़ाया जाएगा। पिछले वर्ष जिले में 128 परीक्षा केंद्र बने थे, जबकि इस वर्ष 50 फीसद तक अतिरिक्त परीक्षा केंद्र बनाए जा सकते हैं।
फरवरी तक अंतिम रूप से तैयार होंगे परीक्षा केंद्र
जिले में सभी परीक्षा केंद्र फरवरी तक बन जाएंगे। 26 दिसंबर तक चार सदस्यीय समिति अपनी सत्यापन की रिपोर्ट बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड कर देगी। फिर बोर्ड से सूची जिला कमेटी को भेजी जाएगी। जिला कमेटी की संस्तुति के बाद दोबारा अंतिम सूची बोर्ड को भेजी जाएगी। फिर सभी केंद्रों का निर्धारण ऑनलाइन किया जाएगा।
एक लाख परीक्षार्थी होंगे शामिल
यूपी बोर्ड परीक्षा 2021 में 10वीं व 12वीं को मिलाकर एक लाख परीक्षार्थी शामिल होंगे। इनमें 10वीं व 12वीं दोनों ही कक्षाओं में औसतन 50 हजार परीक्षार्थी हैं, जिन्होंने परीक्षा के लिए अपना पंजीकरण कराया है।