हाईवे पर पुल से कैसे 30 फीट नीचे गिरकर लटक गई थी बस, चालक ने बताई हादसे की सच्चाई
उन्नाव के अचलगंज में कानपुर लखनऊ हाईवे पर बदरका मोड़ के पास आजाद नगर डिपो की बस रेलिंग को तोड़ते हुए पुल से 30 फीट नीचे गिरकर लटक गई थी। हादसे के बाद चालक और परिचाल के बयान दर्ज किए गए हैं।
कानपुर, जागरण संवाददाता। आजाद नगर डिपो की बस शनिवार तड़के उन्नाव के अचलगंज में पुल की रेलिंग तोड़ते हुए 30 फीट नीचे जा गिरी थी। लगभग 50 मीटर के पुल पर बने डिवाइडर की ऊंचाई सामान्य डिवाइडर की ऊंचाई से कम है। साइड से ओवरटेक कर रहे वाहन को बचाने के लिए चालक ने बस काटी तो वह डिवाइडर के ऊपर चढ़कर अनियंत्रित हो गई और नीचे जा गिरी। घटनास्थल पर स्ट्रीट लाइट न होना भी हादसे की प्रमुख वजहों में से एक है। एआरएम ने मौके पर जाकर चालक-परिचालक के बयान दर्ज किए।
कहां हुआ था हादसा : यूपी रोडवेज के आजाद नगर डिपो की बस यूपी-77 एन/7653 शनिवार को बहराइच से कानपुर आ रही थी। इसमें चालक दिनेश कुमार और परिचालक सुरेश पाल समेत 36 सवारियां थीं। हादसे में 25 सवारियां घायल हुईं, चालक के पैर में फ्रैक्चर हो गया, परिचालक को कोई चोट नहीं आई।
डिवाइडर की ऊंचाई सिर्फ तीन इंच : आजाद नगर डिपो के एआरएम वाईपी सिंह ने बताया कि हादसे की जगह को ब्लैक स्पाट घोषित किया जाना चाहिए। नाले के ऊपर लगभग 50 मीटर के पुल पर अप और डाउन लेन दोनों में दूरी है। प्रमुख वजह पुल पर सड़क किनारे बने डिवाइडर की ऊंचाई सिर्फ तीन इंच होना है, जिससे वाहन आसानी से डिवाइडर के ऊपर चढ़कर अनियंत्रित हो जाता है। उन्होंने बताया कि वहां पर स्ट्रीट लाइट न होने से मौके पर अंधेरा रहता है।
तेज रफ्तार में निकलते हैं वाहन : वाईपी सिंह ने बताया कि जब हादसे की वजहों की जांच करने के लिए मौके पर पहुंचे, तो पाया कि वहां से निकलने वाले वाहनों की गति अमूमन काफी तेज होती है। ऐसे में कम ऊंचाई के डिवाइडर और स्ट्रीट लाइट की कमी बड़े हादसे की वजह बन जाती है।