विश्वविद्यालय कर्मियों की उपचुनाव में लगी ड्यूटी तो बीएड काउंसिलिंग रद करने का लिया गया निर्णय
सीएसजेएमयू कुलसचिव ने शासन व लखनऊ विवि प्रशासन को लिखा पत्र 19 अक्टूबर से थी काउंसिलिंग दो दिन पहले पत्र भेजने पर शेड्यूल रद संयुक्त प्रवेश परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों को इन कालेजों की 20 हजार सीटों पर दाखिला मिलेगा
कानपुर, जेएनएन। प्रदेश के बीएड कालेजों में प्रवेश के लिए 19 अक्टूबर से प्रस्तावित काउंसिलिंग रद कर दी गई है। छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) के करीब 100 कर्मचारियों की ड्यूटी घाटमपुर उपचुनाव में लगने के कारण यह फैसला हुआ है। विश्वविद्यालय के कुलसचिव अनिल कुमार यादव ने शासन व लखनऊ विश्वविद्यालय प्रशासन से काउंसिलिंग तीन नवंबर के बाद कराने का निवेदन किया था। इस पर लखनऊ विश्वविद्यालय प्रशासन ने तय परीक्षा कार्यक्रम रद कर दिया है। अब नई तारीखें बाद में तय की जाएंगी।
कोरोना काल में बीएड में दाखिले के लिए हुई पहली संयुक्त प्रवेश परीक्षा के बाद इसमें शामिल अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग दो दिन बाद शुरू होनी थी। बीएड की काउंसिलिंग के लिए सीएसजेएमयू को भी केंद्र बनाया गया था। सभी तैयारियां हो चुकी थीं तभी घाटमपुर उपचुनाव में सीएसजेएमयू के कर्मचारियों की ड्यूटी लगा दी गई। इससे काउंसिलिंग कराने के लिए कर्मचारी नहीं बचे हैं।
बीएड की 20 हजार सीटों पर मिलेगा प्रवेश
छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय से 272 बीएड कॉलेज संबद्ध हैं। संयुक्त प्रवेश परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों को इन कालेजों की 20 हजार सीटों पर दाखिला मिलेगा।
इनका ये है कहना
उत्तर प्रदेश स्ववित्तपोषित महाविद्यालय एसोसिएशन के अध्यक्ष विनय त्रिवेदी का कहना है कि इस वर्ष बीएड कालेजों में सीटें भरने की उम्मीद है। कोविड-19 के बावजूद साढ़े तीन लाख अभ्यर्थी इस साल संयुक्त प्रवेश परीक्षा में शामिल हुए। अभ्यर्थियों की संख्या सीटों की तुलना में अधिक रही, जो अच्छे संकेत हैं।