डीएलएड में प्रवेश लेने से वंचित रह सकते हैं विवि छात्र, प्रवेश हेतु आवेदन करने की अंतिम तारीख 30 अगस्त घोषित
तीन लाख छात्र छात्राओं का अंतिम वर्ष का परिणाम रुका हुआ है। डीएलएड में स्नातक पासआउट को ही आवेदन का अवसर मिलता है। ऐसे में शहर में संचालित 43 डिग्री कालेजों से निकलने वाले उन छात्रों को अभी तक डीएलएड में आवेदन करने का मौके नहीं मिला है
कानपुर, जेएनएन। प्राइमरी स्कूलों में शिक्षकों की नौकरी के लिए अनिवार्य डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन (डीएलएड-2021) में प्रवेश लेने से इस बार छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय के छात्र वंचित रह सकते हैं। डीएलएड के आवेदन फार्म जारी कर दिए गए हैं जबकि स्नातक अंतिम वर्ष का परीक्षा परिणाम अभी तक नहीं निकला है। ऐसे में छात्र छात्राएं डीएलएड में प्रवेश के लिए आवेदन नहीं कर पा रहे हैं। आनलाइन आवेदन करने की अंतिम तारीख 30 अगस्त है।
विश्वविद्यालय से संबद्ध आठ सौ डिग्री कालेजों से करीब तीन लाख छात्र छात्राओं का अंतिम वर्ष का परिणाम रुका हुआ है। डीएलएड में स्नातक पासआउट को ही आवेदन का अवसर मिलता है। ऐसे में शहर में संचालित 43 डिग्री कालेजों से निकलने वाले उन छात्रों को अभी तक डीएलएड में आवेदन करने का मौके नहीं मिला है जिन्होंने शिक्षक बनने के लिए ही स्नातक में प्रवेश लिया था। अब यह छात्र आवेदन न कर पाने को लेकर मायूस हैं। सीएसजेएमयू समेत प्रदेश में दो हजार से अधिक निजी डीएलएड कालेज हैं जिनमें दो लाख 18 हजार पांच सौ 50 सीटें हैं।
कुलपति से मिले कालेज प्रबंधक : स्नातक का परीक्षा परिणाम जल्द घोषित किए जाने के लिए गुरूवार को उत्तर प्रदेश स्ववित्तपोषित महाविद्यालय एसोसिएशन की ओर से कालेज प्रबंधकों के प्रतिनिधिमंडल ने कुलपति प्रो. विनय पाठक से मुलाकात की। एसोसिएशन के अध्यक्ष विनय त्रिवेदी ने बताया कि अभी डीएलएड के आवेदन फार्म भरने के चार दिन हैं। अगर परीक्षा परिणाम जल्द जारी कर दिया जाए तो कई छात्र आवेदन फार्म भरकर डीएलएड में प्रवेश प्राप्त कर सकेंगे।
एक नजर में डीएलएड कालेज व सीटें
- प्रदेश में 67 डायट हैं जिनमें डीएलएड 10 हजार छह सौ सीटें हैं
- प्रदेश में दो हजार से अधिक निजी डीएलएड कालेज हैं
- इन कालेजों में दो लाख 18 हजार पांच सौ 50 सीटें हैं
- सीएसजेएमयू से संबद्ध डीएलएड कालेज हैं
- इन कालेजों में 25 हजार सीटें हैं