लड्डू को लेकर अवर अभियंता और चपरासी आमने-सामने, मुख्य अभियंता ने दिये जांच के आदेश
गणतंत्र दिवस पर मिले लड्डू की गुणवत्ता ठीक न होने की बात कहकर लोक निर्माण विभाग के एक चपरासी ने अपने अधिकारी पर सवाल उठा दिये। विवाद बढ़ा तो मामला मुख्य अभियंता तक पहुंचा। जांच के लिये मुख्य अभियंता ने एक जांच कमेटी बनाई है।
कानपुर, जेएनएन। आपको सुनकर आश्चर्य होगा कि एक किलो लड्डू के लिए भी कोई झगड़ा कर सकता है, लेकिन यह हकीकत है। लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड में कार्यरत एक अवर अभियंता ने मुख्य अभियंता से शिकायत की है कि चपरासी द्वारा उस पर लड्डूओं की गुणवत्ता ठीक ना होने का आरोप लगा दिया है। इस पर लड्डुओं की जांच के लिए मुख्य अभियंता दिवाकर शुक्ला ने कमेटी बना दी है।
दरअसल, मामला गणतंत्र दिवस का है। सरसैयाघाट स्थित मुख्य अभियंता कार्यालय में लड्डू बांटने के लिए अवर अभियंता एसएस बनर्जी बनारसी लड्डू भंडार से एक किलो लड्डू लाये थे। ध्वजारोहण के बाद लड्डू सभी कर्मचारियों में वितरित किये गए। इसके अगले दिन मुख्य अभियंता कार्यालय में तैनात चपरासी शिवकुमार ने कार्यालय के कर्मचारियों से कहा कि लड्डू बनारसी लड्डू भंडार से ना लाकर दयाराम स्वीट से आये हैं, लेकिन डब्बा बनारसी के यहां का ही है। इसी दौरान शिवकुमार ने अवर अभियंता को फोन कर कहा कि लड्डुओं की गुणवत्ता को लेकर मुख्य अभियंता ने उन्हेंं बुलाया है। जब वह पहुंचे तो वहां शिवकुमार के अलावा कोई नहीं मिला। कार्यालय के कर्मचारियों से जानकारी हुई कि शिवकुमार सभी को अवर अभियंता के खिलाफ भड़का रहा है। इस पर अवर अभियंता ने पूरा प्रकरण लिखकर मुख्य अभियंता दिवाकर शुक्ला से शिकायत कर दी। इस पर दिवाकर शुक्ला ने जांच बैठा दी है। अब इसकी जांच निर्माण खंड दो के अधिशाषी अभियंता शिवप्रसाद ओझा, निर्माण खंड भवन की सहायक अभियंता अपर्णा कुमारी को जांच दी गई है।