गंगा से जुड़े बांधों में ई-फ्लो का मानक तय किया जाए : उमा भारती
केंद्रीय स्वच्छता व पेयजल मंत्री ने गंगा सफाई पर बनाया 10 साल का मास्टरप्लान।
कानपुर, जेएनएन। केंद्रीय स्वच्छता एवं पेयजल मंत्री उमा भारती ने कहा है कि गंगा सफाई को लेकर केंद्र और राज्य सरकार ने अभी तक जो कवायद की है, उसमें नालों को टैप करना का बड़ा कदम है। हालांकि गंगा को पूरी तरह निर्मल करने के लिए बांधों में ई-फ्लो का मानक तय करना होगा। ऐसा हुआ तो 2024 में गंगा अविरल हो जाएगी।
मंगलवार को प्रवास के दौरान केंद्रीय मंत्री ने वार्ता में कहा कि कि गंगा का दायरा बहुत बड़ा है। बांधों में ई-फ्लो का मानक तय करने के अलावा सिंचाई के काम में आधुनिक तकनीक अपनाई जाए। केंद्रीय मंत्री ने खुद स्वीकार किया कि उन्होंने जो 10 साल का मास्टरप्लान तैयार किया है उसका पहला परिणाम सीसामऊ नाला का दूषित पानी 90 फीसद तक रोके जाने से दिखने लगा है।
अब किनारे की गंदगी के निस्तारण पर जोर
उमा भारती ने कहा कि नालों और औद्योगिक इकाइयों का दूषित उत्प्रवाह रोके जाने के अलावा गंगा के दोनों किनारों पर मौजूद गंदगी का निस्तारण कराने पर अब जोर होगा। इस गंदगी को कैसे दूर किया जाए, अफसर इसके लिए काम करेंगे।