डिग्री कॉलेजों में पहुंचने लगे स्नातक छात्र
15 अक्टूबर से स्नातकोत्तर व पीएचडी छात्रों के लिए खुल गए थे डिग्री कॉलेज
अनलॉक
- 15 अक्टूबर से स्नातकोत्तर व पीएचडी छात्रों के लिए खुल गए थे डिग्री कॉलेज
- सोमवार को स्नातक छात्र भी आए, कॉलेज प्रबंधनों ने मांगा अभिभावकों का सहमति पत्र जागरण संवाददाता, कानपुर: स्नातकोत्तर व पीएचडी छात्रों के लिए 15 अक्टूबर से खोले गए डिग्री कॉलेजों में सोमवार से स्नातक छात्रों की चहल-पहल भी शुरू हो गई। बड़ी संख्या में पहुंचे छात्र-छात्राएं जब सात माह बाद साथियों से मिले तो भावुक हो गए। तमाम कॉलेज प्रबंधनों ने छात्र-छात्राओं से अभिभावकों का सहमति पत्र भी लाने को कहा।
छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय से संबद्ध 25 डिग्री कॉलेजों में पठन-पाठन पटरी पर लौटने लगा है। डीएवी डिग्री कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अमित श्रीवास्तव ने बताया कि कॉलेज में 14 हजार से अधिक विद्यार्थी हैं। सभी को ऑफलाइन बुलाना संभव नहीं है। इसीलिए ऑनलाइन पढ़ाई भी कराई जाएगी। हर सहाय डिग्री कॉलेज के प्राचार्य डॉ. स्वदेश श्रीवास्तव ने बताया कि स्नातकोत्तर की कक्षाएं शुरू हो गई हैं। स्नातक की कक्षाएं अभी लगना शेष हैं। अभिभावकों से सहमति पत्र मिलने के बाद ही छात्राओं को कक्षाओं में प्रवेश दिया जाएगा। सोमवार को कई छात्राएं आईं थीं। इन्हें नियम बता दिया गया है।
डॉ. अर्चना वर्मा, कार्यवाहक प्राचार्य डीजी डिग्री कॉलेज विश्वविद्यालय के दिशा निर्देश के अनुसार अभी स्नातकोत्तर व पीएचडी शोधार्थियों की कक्षाएं लग रही हैं। स्नातक के कई छात्र भी आज जानकारी लेने के लिए आए थे।
डॉ. छाया जैन, प्राचार्य वीएसएसडी डिग्री कॉलेज कॉलेज प्रबंधन ने अभिभावकों से नो ऑब्जेक्शन का लेटर लाने के लिए कहा है। कोरोना से बचाव के साथ पढ़ाई भी होनी चाहिए।
श्रेया सिंह, बीए तृतीय वर्ष, डीजी कॉलेज इस नाजुक दौर में हफ्ते में एक बार प्रयोगात्मक अध्ययन व कक्षाओं के लिए आना सुरक्षित है। बाकी असाइनमेंट मिल जाए तो बेहतर रहेगा।
निदा फातिमा, बीए तृतीय वर्ष, डीजी कॉलेज 15-15 के बैच में विद्यार्थियों को बुलाएं इससे कोर्स भी समय पर पूरा हो सकेगा और कोरोना का खतरा भी नहीं रहेगा।
बुशरा, बीए प्रथम वर्ष, पीपीएन डिग्री कॉलेज पहले दिन कॉलेज आकर बहुत अच्छा लग रहा है। नए दोस्तों से मिलने के साथ 12वीं में पढ़ने वाले सहपाठियों से भी मुलाकात हुई।
फरीन, बीए प्रथम वर्ष, पीपीएन डिग्री कॉलेज