रिश्वत लेते हुए वीडियो वायरल होने पर दो कोषागार कर्मचारी निलंबित
घाटमपुर के एक युवक ने घूस लिये जाने का वीडियो बनाकर वायरल कर दिया था। डीएम ने मुख्य कोषाधिकारी से रिपोर्ट तलब करने के बाद कार्रवाई की।
कानपुर (जागरण संवाददाता)। कोषागार के दो कर्मचारियों को दस हजार रुपये घूस लेने के आरोप में डीएम विजय विश्वास पंत ने निलंबित कर दिया। कोषागार के ही किसी कर्मचारी ने घाटमपुर के एक युवक से रुपये लेते समय वीडियो बनाकर वायरल कर दिया था। डीएम ने मुख्य कोषाधिकारी से रिपोर्ट तलब करने के बाद कार्रवाई कर दी।
डीएम को वाट्स एप पर भेजी वीडियो क्लिप
सरकारी कर्मियों की सेवानिवृत्ति पर कोषागार में सभी देयों का भुगतान करते समय सुविधा शुल्क लेने के आरोप कर्मचारियों पर वर्षों से लगते रहे हैं। पिछले दिनों कोषागार में तैनात लिपिक अरविंद रायजादा और विजय कुमार के पास घाटमपुर का एक युवक आया। उसने विजय को दस हजार रुपये दिए। इस दौरान किसी कर्मचारी ने रुपयों के लेनदेन का वीडियो बना लिया। उसने वीडियो वायरल कर दिया। इस बीच किसी ने उसे डीएम को वाट््सएप पर भेज दिया। साथ ही दोनों कर्मचारियों का नाम, पदनाम और विभाग का नाम भी एसएमएस किया।
डीएम ने मुख्य कोषाधिकारी से मांगी रिपोर्ट
घूस लेने वाले वीडियो का संज्ञान लेते हुए डीएम ने मुख्य कोषाधिकारी यशवंत सिंह से रिपोर्ट तलब की तो उन्होंने कर्मचारियों से जवाब-तलब किया। कर्मचारियों ने कहा कि उन्होंने युवक को दस हजार रुपये उधार दिए थे। युवक ने मंदिर बनवाने के लिए ईंट खरीदने के लिए रुपये लिए थे। साथ ही युवक से एक शपथ पत्र भी मुख्य कोषाधिकारी को दिलाया। शपथ पत्र में युवक ने लिखा कि उसने रुपये घूस के रूप में नहीं बल्कि उधर जो लिए थे वही दिए।
जब मुख्य कोषाधिकारी ने डीएम को रिपोर्ट भेजी तो उन्होंने नकार दिया और प्रथम दृष्टया घूस के लेनदेन का मामला मानते हुए दोनों कर्मचारियों को निलंबित कर दिया। बताया गया है कि युवक के परिवार से जुड़े एक व्यक्ति किसी विभाग से सेवानिवृत्त हुए हैं और उन्होंने देयों के भुगतान के लिए आवेदन कर रखा है। जिलाधिकारी विजय विश्वास पंत ने बताया कि प्रथम दृष्टया घूस के लेनदेन की बात सामने आई है। जल्द ही जांच अधिकारी नामित करके जांच कराई जाएगी, जो सच्चाई होगी वह सामने आ जाएगी।