पिंटू सेंगर हत्याकांड: महफूज और सऊद की गिरफ्तारी के लिए टीमों का किया गया गठन
चकेरी इंस्पेक्टर के निर्देशन में दो टीमों का गठन बुधवार को आरोपितों की तलाश में पुलिस टीम उनके ठिकाने पर पहुंची महफूज का नाम पुलिस ने केस से हटा दिया गया था पुलिस की इसी मिलीभगत का राजफाश होने पर एडीजी ने एसएसपी को जांच सौंपी
कानपुर, जेएनएन। बसपा नेता पिंटू सेंगर हत्याकांड में नामजद महफूज अख्तर और उसके भाई सऊद को अब गिरफ्तार करके जेल भेजा जाएगा। इसके लिए चकेरी इंस्पेक्टर के निर्देशन में दो टीमों का गठन किया गया है। बुधवार को आरोपितों की तलाश में पुलिस टीम उनके ठिकाने पर पहुंची, लेकिन वे नहीं मिले।
20 जून को पिंटू सेंगर की चकेरी के तिवारीपुर में गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी। पिंटू के भाई ने महफूज अख्तर, उसके भाई सऊद, कारोबारी मनोज गुप्ता, पप्पू स्मार्ट और दो वकीलों को नामजद करते हुए मुकदमा दर्ज कराया था। बाद में पुलिस ने शार्प शूटरों समेत 14 आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजा। इसमें मनोज गुप्ता, उसका साथी वीरेंद्र पाल, पप्पू स्मार्ट भी थे। बाद में महफूज का नाम पुलिस ने केस से हटा दिया था। यही नहीं मनोज व वीरेंद्र पाल को भी क्लीनचिट देते हुए उन्हें जेल से रिहा कराने की कोशिश की जा रही थी। पुलिस की इसी मिलीभगत का राजफाश होने पर एडीजी ने एसएसपी को जांच सौंपी। फजीहत होने पर मंगलवार को पुलिस ने महफूज का नाम चार्जशीट में दोबारा शामिल कर लिया। इसके साथ ही उसे और उसके भाई सऊद अख्तर को पकडऩे के लिए टीम बनाई गई हैं। एसपी पूर्वी राजकुमार अग्रवाल ने बताया कि आरोपितों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इसके बाद गैंगस्टर एक्ट में भी कार्रवाई की जाएगी।
कॉल डिटेल आए बिना ही हटा दिया था नाम
चकेरी पुलिस ने महफूज और सऊद की कॉल डिटेल आने का इंतजार तक नहीं किया और चार गवाहों के बयान पर महफूज का नाम केस से बाहर कर दिया था। पिंटू सेंगर के स्वजन पुलिस की इस कार्रवाई पर सवाल उठा रहे थे। बताते हैं कॉल डिटेल में महफूज की गिरफ्तार किए गए शूटरों से लंबी बातचीत है। इसी तरह सऊद की भी शूटरों से बातचीत हुई थी। यह कॉल डिटेल पुलिस ने कोर्ट में भी दाखिल की है।