एक चार्ज पर दो अधिकारी, दोनों ने दिखाई अपनी-अपनी दावेदारी
क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों में हुआ मतभेद। कानपुर के अधिकारी गए थे छुट्टी पर, कानपुर देहात को मिला चार्ज, स्थिति स्पष्ट नहीं होने से ऊहापोह बना है।
कानपुर (जागरण संवाददाता)। उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (यूपीपीसीबी) के दो अधिकारियों में चार्ज को लेकर मतभेद हो गया है। दोनों ने स्थिति स्पष्ट करने के लिए मुख्यालय फोन किया है, लेकिन अब तक उधर से जवाब नहीं आया है। अब सोमवार को ही कुर्सी के संबंध में निर्णय हो सकेगा। शनिवार को कार्यालय में दोनों के बीच हल्की नोकझोंक भी हुई।
दरअसल क्षेत्रीय प्रदूषण अधिकारी कुलदीप मिश्र ने चिकित्सीय आधार पर 18 से 30 सितंबर तक अवकाश लिया। यूपीपीसीबी के मुख्यालय के सदस्य सचिव आशीष तिवारी की ओर से 26 सितंबर को पत्र भेजा गया, जिसमें कुलदीप मिश्र की छुट्टी के दृष्टिगत वैकल्पिक व्यवस्था के अंतर्गत कानपुर देहात के क्षेत्रीय अधिकारी कालिका सिंह को अतिरिक्त प्रभार दे दिया गया। इसमें कानपुर की समस्त जिम्मेदारियों के लिए उन्हें अधिकृत किया। उन्होंने गुरुवार से चार्ज संभाल लिया। इधर शुक्रवार को कुलदीप मिश्र अवकाश से वापस आ गए। वह कार्यालय पहुंचे, तो वहां पर कालिका सिंह मिले।
उन्होंने सदस्य सचिव को पत्र भेजकर अपनी ज्वाइनिंग की जानकारी दी। इसमें उन्होंने लिखा कि वह मूल तैनाती पद एवं स्थान पर कार्यभार ग्रहण कर चुके हैं, जिसपर 26 सितंबर को जारी आदेश समाप्त हो जाता है। उन्हें चार्ज दिया जाए। उनके पत्र का कोई जवाब नहीं आया। वह शनिवार को फिर से आए, जहां उनकी कुर्सी पर कानपुर देहात के क्षेत्रीय अधिकारी बैठे हुए थे। चार्ज को लेकर दोनों में मतभेद हुआ। कालिका सिंह ने वरिष्ठता के आधार पर कुर्सी कुलदीप मिश्र को दे दी।
क्यों हुआ मतभेद
26 सितंबर को जारी पत्र में लिखा गया है कि अग्रिम आदेश तक कानपुर देहात के अधिकारी को कानपुर का अतिरिक्त चार्ज रहेगा। ऐसे में कालिका सिंह का कहना है कि वह तो मुख्यालय का निर्देश मान रहे हैं। अगर वहां से कोई दिशा निर्देश मिलते हैं, तो उसका पालन किया जाएगा। कुलदीप मिश्र के मुताबिक सचिव को जानकारी दे दी गई है। वह कार्यभार देख रहे हैं। स्थिति सोमवार को ही स्पष्ट होगी।
कर चुके हैं सेवानिवृति का आवेदन
कुलदीप मिश्र 10 दिन पूर्व प्रमोशन न मिलने पर सेवानिवृति का आवेदन कर चुके हैं। इसकी एक कॉपी मुख्यमंत्री, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी और डीएम को भी दी गई है।