खून की होली : नशेबाजी के विवाद में दो दोस्तों की ईंटों से कूचकर हत्या
होलिका दहन की रात चौबेपुर के उदेतपुर गांव में हुई सनसनीखेज वारदात ठेके पर शराब पीने गए थे दोनों दोस्त।
कानपुर, जेएनएन। होलिका दहन की रात चौबेपुर के उदेतपुर गांव में नशेबाजी को लेकर हुए विवाद के बाद दो दोस्तों की ईंट-पत्थर से कूचकर हत्या कर दी गई। घटना से आसपास गांवों के साथ ही पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। मौके पर कई थानों का फोर्स पहुंचा। घटनास्थल पर गांव के एक दबंग की फटी हुई टी-शर्ट मिली है। एसएसपी अनंत देव ने भी पीडि़त परिवारों और ग्रामीणों से पूछताछ की। इसके बाद आरोपितों की तलाश में टीम बनाईं गईं, लेकिन देर रात तक कोई हाथ नहीं आया।
ट्रैक्टर की बेयरिंग बनवा कर लौट रहे थे
उदेतपुर गांव निवासी 40 वर्षीय मनोज चौरसिया ट्रैक्टर से खेती बाड़ी करते थे, जबकि उनके दोस्त घाघपुर गांव निवासी 40 वर्षीय अजीत यादव ट्रैक्टर से आटा चक्की चलाते थे। मनोज के भतीजे अमित ने बताया कि सोमवार को अजीत की ट्रैक्टर की बेयङ्क्षरग खराब हो गई थी। दोपहर बाद अजीत अपनी बाइक से मनोज को लेने आए। बेयङ्क्षरग ठीक करने के बाद रात नौ बजे अजीत, मनोज को छोडऩे घर आ रहे थे। इसी दौरान कुछ लोगों से झगड़ा हुआ, जिन्होंने ईंट पत्थर से कूचकर दोनों की हत्या कर दी।
गांव के एक दबंग की पड़ी मिली टी शर्ट
पुलिस के मुताबिक उदेतपुर गांव के बाहर किशनपुर मोड़ स्थित ठेके से दोनों दोस्तों ने शराब खरीदी और पास ही एक स्थान पर बैठकर पीने लगे। इसी दौरान कुछ नशेबाजों से उनका विवाद हो गया। इसके बाद दोनों पक्षों में मारपीट होने लगी। दूसरे पक्ष के लोगों ने पथराव कर दिया और मनोज व अजीत के सड़क पर गिरते ही ईंट पत्थर से पीट-पीटकर उन्हें मरणासन्न कर दिया। ग्रामीणों की सूचना पर स्वजन पहुंचे और पुलिस को जानकारी दी। इसके बाद पुलिस गंभीर हालत में उन्हें एलएलआर अस्पताल (हैलट) लाई, जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। घटना से गांव में कोहराम मच गया। सीओ बिल्हौर देवेंद्र मिश्र ने घटनास्थल का निरीक्षण किया तो पास ही एक दुकान के बाहर गांव के एक दबंग युवक की टीशर्ट पड़ी मिली। उसकी तलाश की जा रही है।
इनका ये है कहना
मृतकों के स्वजन ने गांव में ही रहने वाले भगवती और उसके साथियों का नाम लिया है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि नशेबाजी को लेकर दोनों पक्षों में मारपीट हुई थी। घायल मनोज व अजीत को अस्पताल भेजा गया, जहां उनकी मौत हो गई। स्वजनों की ओर से अभी कोई तहरीर नहीं आई है। तहरीर आते ही मुकदमा दर्ज किया जाएगा। हमलावरों की तलाश में चार टीमें दबिश दे रही हैं।
-देवेंद्र मिश्रा, सीओ बिल्हौर