Double Murder : होली पर दुनिया से विदा हो गए दो जिगरी दोस्त, साथ खेले-पढ़े और हमेशा रहते थे साथ
चौबेपुर के उदेतपुर गांव में घटना के बाद छाया मातम होली नहीं खेली गई।
कानपुर, जेएनएन। होली के दिन दो जिगरी दोस्त दुनिया से विदा हो गए, त्योहार पर उनके परिवारों में कोहराम मच गया। दोनों दोस्त साथ खेले और साथ पढऩे के साथ आज भी हमेशा साथ ही चलते थे। उनकी दोस्ती को लेकर गांव में लोग चर्चा भी करते थे। चौबेपुर के गांव में रहने वाले दोनों दोस्त मरणासन्न हालत में पड़े मिले थे और अस्पताल ले जाने पर उनकी मौत हो गई थी। इस घटना के बाद मंगलवार की सुबह गांव में मातम छाया रहा और लोगों ने रंग भी नहीं खेला।
दोनों की कर दी गई हत्या
चौबेपुर के उदेतपुर गांव में रहने वाले 40 वर्षीय मनोज चौरसिया और घाघपुर गांव निवासी चालीस वर्षीय अजीत यादव जिगरी दोस्त थे। मनोज ट्रैक्टर से खेती किसानी करते थे और अजीत ट्रैक्टर से आटा चक्की चलाते थे। सोमवार को अजीत बाइक से मनोज के साथ ट्रैक्टर की बेयरिंग ठीक कराने गए थे। रात नौ बजे मनोज को घर छोडऩे अजीत लौट रहा था। देर रात तक घर नहीं लौटे तो तलाश करने पर दोनों मरणासन्न हालत में पड़े मिले। अस्पताल ले जाने पर दोनों की मौत हो गई। हमलावरों ने मनोज व अजीत के सिर, चेहरे और गर्दन के पीछे ईंटों से ताबड़तोड़ एक दर्जन से ज्यादा वार किए थे, इससे सिर की हड्डी टूट गई थी। झगड़ा होने के बाद उनकी ईंट पत्थर से कूचकर हत्या कर दी गई थी।
जिगरी दोस्त थे मनोज और अजीत, नहीं खेली गई होली
ग्रामीणों के मुताबिक मनोज चौरसिया और अजीत बचपन से ही जिगरी दोस्त थे। वह साथ खेले, साथ पढ़े और हमेशा साथ ही रहते थे। उनकी दोस्ती की चर्चाएं होती थीं। सोमवार रात झगड़ा होने पर एक दूसरे को बचाने के लिए दोनों को जान गंवानी पड़ी। मनोज के परिवार में उनकी पत्नी रेखा, तीन भाई सरोज, पंकज, अजय, दो बेटे और दो बेटियां हैं। अजीत के परिवार में माता-पिता, पत्नी, दो भाई हैं। घटना के बाद से परिवारों में कोहराम मच गया और होली की खुशियां मातम में बदल गईं। वहीं सुबह गांव में मातम पसारा रहा और लोगों ने होली नहीं खेली।
नशीले पदार्थों की बिक्री कर दबंग बना आरोपित
पुलिस के मुताबिक दोनों दोस्तों की हत्या में गांव के जिस युवक का नाम लिया जा रहा है, उसे ढाई वर्ष पूर्व नशीले पदार्थों की बिक्री के मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। चार माह जेल में रहने के बाद वह जमानत पर छूटा था। घटनास्थल पर उसकी मौजूदगी की बात उसकी टीशर्ट से पता लगी। ग्र्रामीणों का कहना है कि आरोपित पहले भी गांव में कई लोगों से मारपीट कर चुका है। दो वर्ष पूर्व जेल से छूटने के बाद से उसने दबंगई शुरू कर दी और लोगों को धमकाने लगा था।
कुछ समय पूर्व नशेबाजी को लेकर ही उसका अपनी पत्नी से विवाद भी हुआ था, तब उसने पत्नी को पीटकर घर से निकाल दिया था। परिवार में उसकी एक बुजुर्ग मां है जो मानसिक रूप से बीमार हैं, लेकिन आरोपित उनका भी इलाज नहीं कराता। सीओ देवेंद्र मिश्रा ने बताया कि घटनास्थल की जांच के दौरान ग्र्रामीणों ने फटी हुई टीशर्ट पड़ी देखी तो उन्होंने बताया कि वह टीशर्ट भगवती की है। देखने से प्रतीत हो रहा था कि दोनों पक्षों में मारपीट के दौरान ही टीशर्ट फटी होगी। आरोपित के घर पुलिस भेजी गई, लेकिन वह नहीं मिला।
वारदात के बाद गांव में फोर्स तैनात
दोहरे हत्याकांड के बाद आसपास के गांवों में भी सनसनी फैल गई और लोग सहम गए। एसएसपी ने बवाल की आशंका पर उदेतपुर और घाघपुर गांवों में फोर्स तैनात कर दी है। आरोपित भगवती व उसके साथियों को पकडऩे के लिए दो टीमें कन्नौज व शिवली भी रवाना की गई हैं। कुछ रिश्तेदारों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
खून की होली : नशेबाजी के विवाद में दो दोस्तों की ईंटों से कूचकर हत्या