GST काउंसिल के फैसले से ट्रांसपोर्टर नाराज, कल थम जाएंगे 20 हजार ट्रकों के पहिए
हड़ताल को सफल बनाने के लिए सुबह से ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के पदाधिकारी भी ट्रांसपोर्ट नगर में घूमेंगे ताकि सभी ट्रकों का संचालन बंद करा सकें। ट्रांसपोर्टर के फैसले को कपड़ा कारोबारियों ने भी नैतिक समर्थन दिया है ।
कानपुर, जेएनएन। जीएसटी काउंसिल के फैसले से शहर के ट्रांसपोर्टर नाराज हैं। इस फैसले को लेकर सोमवार को ट्रांसपोर्ट नगर में ट्रांसपोर्टरों ने बंदी का ऐलान किया है। उनकी हड़ताल को कपड़ा कारोबारियों ने भी समर्थन दिया है।
सोमवार को ट्रांसपोर्ट नगर में ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल के बाद के दौरान ना तो बुकिंग होगी, ना लोडिंग, अनलोडिंग। ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल को कपड़ा कारोबारियों ने भी नैतिक समर्थन दिया है। जीएसटी काउंसिल ने एक जनवरी से ई-वे बिल की अवधि को घटा दिया है। अब तक ई-वे बिल 100 किलोमीटर की दूरी तक 24 घंटे के लिए वैध था। अब एक जनवरी से 200 किलोमीटर की दूरी पर 24 घंटे का ई-वे बिल बन रहा है। इसके विरोध में यूपी मोटर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने बैठक करके चार जनवरी को ट्रांसपोर्ट नगर को बंद रखने का निर्णय लिया है। इससे 20 हजार ट्रकों के पहिए थमेंगे।
हड़ताल से व्यापारियों की तरफ से माल की बुकिंग नहीं होगी और न ही किसी ट्रक में लोडिंग होगी। जो भी ट्रक बाहर से ट्रांसपोर्ट नगर में आएंगे, उनका माल भी नहीं उतारा जाएगा। ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के महामंत्री मनीष कटारिया के मुताबिक ट्रांसपोर्ट नगर के गोदाम में माल उतर चुका है, उसकी डिलीवरी भी नहीं होगी। इसके लिए सुबह से ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के पदाधिकारी भी ट्रांसपोर्ट नगर में घूमेंगे ताकि सभी ट्रांसपोर्ट बंद कराई जा सकें।
ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष सतीश गांधी के मुताबिक इस नियम की वापसी के लिए जीएसटी काउंसिल को भी पत्र लिखा जाएगा। ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के इस विरोध का समर्थन कपड़ा कारोबारियों ने भी किया है। कपड़ा कारोबारी श्रीकृष्ण गुप्ता के मुताबिक इस नियम को वापस लेना चाहिए क्योंकि यह ट्रांसपोर्टरों और व्यापारियों दोनों के लिए नुकसानदायक है।