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सीजीएचएस की दरों से दस फीसद कम पर होगा इलाज और जांचें, सात आइसीयू के साथ 48 बेड का अस्पताल

छावनी बोर्ड की तीन लाख आबादी के साथ-साथ शहर के लोगों को भी इस सुविधा का लाभ मिलेगा। उन्हेंं निजी अस्पतालों में लाखों रुपये खर्च नहीं करने होंगे। अस्पताल प्रभारी डा. नितिन राजपूत ने बताया कि एक अगस्त से अस्पताल काम करना शुरू कर देगा।

By Akash DwivediEdited By: Published: Fri, 30 Jul 2021 07:39 AM (IST)Updated: Fri, 30 Jul 2021 07:39 AM (IST)
सीजीएचएस की दरों से दस फीसद कम पर होगा इलाज और जांचें, सात आइसीयू के साथ 48 बेड का अस्पताल
वर्तमान में यहां छह विजिट डाक्टर और तीन पैरामेडिकल स्टाफ हैं

कानपुर, जेएनएन। छावनी अस्पताल में लोगों को सीजीएचएस की निर्धारित सरकारी दर से दस फीसद कम पर इलाज मिलेगा। इसमें सभी तरह की जांचें, आपरेशन (हार्ट और न्यूरो को छोड़कर), आइसीयू, वेंटिलेटर, सामान्य बेड, दवाएं आदि शामिल है। वेंटिलेटर का शुल्क भी महज 580 रुपये रखा गया है। सितंबर में डायलिसिस यूनिट और पांच माह के भीतर न्यूरो सर्जरी भी शुरू हो जाएगी। छावनी बोर्ड का दावा है कि प्रदेश में यह पहला अस्पताल होगा जहां इतनी कम कीमत पर इलाज मुहैया कराया जाएगा।

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छावनी बोर्ड की तीन लाख आबादी के साथ-साथ शहर के लोगों को भी इस सुविधा का लाभ मिलेगा। उन्हेंं निजी अस्पतालों में लाखों रुपये खर्च नहीं करने होंगे। अस्पताल प्रभारी डा. नितिन राजपूत ने बताया कि एक अगस्त से अस्पताल काम करना शुरू कर देगा। यहां 24 घंटे डाक्टर मौजूद रहेंगे। लीवर, किडनी के साथ दिल की सभी तरह की जांच होगी। फिलहाल यहां आठ घंटे की ओपीडी चल रही है। इसमें दिन के अनुसार विजिट पर आने वाले डाक्टर मरीजों को परामर्श देते हैं। वर्तमान में यहां छह विजिट डाक्टर और तीन पैरामेडिकल स्टाफ हैं।

यह सुविधाएं बढ़ायी गईं हैं

  • तीन वेंटिलेटर
  • सात आइसीयू
  • तीस सामान्य बेड
  • दो गायकोनोलाजिस्ट
  • एक पीडियाट्रिक
  • एक एनेस्थेटिक
  • एक जर्नल सर्जन
  • चार ईएमओ
  • 12 पैरामेडिकल स्टाफ
  • जांच लैब
  • आधुनिक सीटीजी मशीन

महिलाओं की जांच के लिए एडवांस सीटीजी मशीन : छावनी अस्पताल में गर्भवती महिलाओं की जांच के लिए सीटीजी मशीन लगायी गई है। यह बच्चे का मूवमेंट, धड़कन, पेट में पानी की स्थिति और डिलीवरी नार्मल होगी या सीजेरियन इसकी संभावनाओं के बारे में जानकारी देती है। यहां नार्मल डिलीवरी 1500 रुपये और सीजेरियन के लिए 13,800 रुपये निर्धारित हैं। इसमें तीन दिन एडमिट रहना, जांच, दवाएं, डाक्टर की विजिट, अस्पताल खर्च और खाना शामिल है। नवजात शिशुओं के लिए भी यहां वेंटिलेटर, एनआइसीयू और पीआइसीयू में तीन-तीन बेड की व्यवस्था की गई है।

वेंटिलेटर और आइसीयू में सबसे सस्ता इलाज : छावनी बोर्ड के जनसंपर्क अधिकारी अमित यादव ने बताया कि 24 घंटे के लिए वेंटिलेटर चार्ज 580 रुपये, डाक्टर विजिट 700 रुपये, नॄसग 300 रुपये, 50 रुपये प्रतिघंटा आक्सीजन का चार्ज लिया जाएगा। मरीज को जेनरिक दवाएं दी जाएंगी। इसके लिए जन औषधि केंद्र खोला जा रहा है।

खास जांचें और इलाज में खर्च

  • आइसीयू - 400 रुपये
  • नवजात शिशुओं की केयर - 190 रुपये
  • एबीजी (आर्टेरियल ब्लड गैस) - 120 रुपये
  • केएफटी (किडनी फंक्शन टेस्ट) - 225 रुपये
  • एलएफटी (लिवर फंक्शन टेस्ट) - 225 रुपये
  • लिपिड प्रोफाइल - 200 रुपये
  • विटमिन बी12 - 250 रुपये
  • निजी अस्पतालों में लोग लाखों रुपये खर्च करते हैं। आम आदमी की इसी समस्या को देखते हुए सस्ते इलाज की सुविधा शुरू की गई है। अंतिम बिल पर मरीज को दस फीसद की छूट दी जाएगी। - अरविंद द्विवेदी, सीईओ छावनी बोर्ड 

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