औरैया में ट्रेन से कट गईं दो सहेलियां, घरवालों को पता चला तो कोसते रहे वो घड़ी
दिबियापुर में पुरानी रेलवे क्रासिंग पर घटना के बाद बेटी की मौत पर मां हो गई बेसुध।
By AbhishekEdited By: Published: Thu, 04 Apr 2019 02:13 PM (IST)Updated: Thu, 04 Apr 2019 02:13 PM (IST)
औरैया, जेएनएन। दिबियापुर में घर से निकली दो सहेलियों की गुरुवार की दोपहर फफंूद रेलवे स्टेशन के पास ट्रेन से कटकर मौत हो गई। उनकी मौत की जानकारी जब घर पहुंची तो परिजन उस घड़ी को कोसते रहे जब दोनों एक साथ घर से निकली थीं। घटना की जानकारी पर कोहराम मच गया और उनकी मां बेसुध हो गईं। रेलवे ट्रैक पर आरपीएफ व जीआरपी पहुंच गई और लोगों से झड़प भी हुई।
आधार कार्ड में संशोधन कराने जा रही थी किशोरियां
दिबियापुर कस्बे के वीर अब्दुल हमीद नगर निवासी हीरालाल की सत्रह वर्षीय बेटी वर्षा इंटर की छात्रा थी। आधार कार्ड पर जन्मतिथि गलत अंकित होने के कारण उसे संशोधन कराने जाना था। गुरुवार की दोपहर उसने घर पर ही किराये पर रह रहे अनिल की बारह वर्षीय पुत्री नंदनी से साथ चलने को कहा। दोपहर बाद दोनों किशोरियां पुरानी रेलवे क्रासिंग से टै्रक पार करके दूसरी ओर जाने लगी। इसी बीच कानपुर की ओर जा रही 12432 उद्यमपुर एक्सप्रेस आ गई।
रो-रोकर बेहोश हो गई मां
हार्न सुनकर जबतक दोनों संभल पातीं तबतक ट्रेन की चपेट में आ गई। आसपास के दुकानदार चीख पुकार करते हुए दौड़े लेकिन ट्रेन से कटकर दोनों की मौत हो गई। जानकारी मिलते ही परिजन भी रोते हुए पहुंच गए और उनके घर से साथ निकलने की घड़ी को कोसते रहे। वर्षा की मां रो-रोकर बेहोश हो गई और रेलवे ट्रैक पर लोगों की भीड़ पहुंच गई। इस बीच जीआरपी व आरपीएफ आ गई और भीड़ को खदेडऩे लगी। इससे आरपीएफ की लोगों से झड़प भी हुई। जीआरपी ने कार्रवाई शुरू करने की बात कहकर परिजनों को शांत कराया।
आधार कार्ड में संशोधन कराने जा रही थी किशोरियां
दिबियापुर कस्बे के वीर अब्दुल हमीद नगर निवासी हीरालाल की सत्रह वर्षीय बेटी वर्षा इंटर की छात्रा थी। आधार कार्ड पर जन्मतिथि गलत अंकित होने के कारण उसे संशोधन कराने जाना था। गुरुवार की दोपहर उसने घर पर ही किराये पर रह रहे अनिल की बारह वर्षीय पुत्री नंदनी से साथ चलने को कहा। दोपहर बाद दोनों किशोरियां पुरानी रेलवे क्रासिंग से टै्रक पार करके दूसरी ओर जाने लगी। इसी बीच कानपुर की ओर जा रही 12432 उद्यमपुर एक्सप्रेस आ गई।
रो-रोकर बेहोश हो गई मां
हार्न सुनकर जबतक दोनों संभल पातीं तबतक ट्रेन की चपेट में आ गई। आसपास के दुकानदार चीख पुकार करते हुए दौड़े लेकिन ट्रेन से कटकर दोनों की मौत हो गई। जानकारी मिलते ही परिजन भी रोते हुए पहुंच गए और उनके घर से साथ निकलने की घड़ी को कोसते रहे। वर्षा की मां रो-रोकर बेहोश हो गई और रेलवे ट्रैक पर लोगों की भीड़ पहुंच गई। इस बीच जीआरपी व आरपीएफ आ गई और भीड़ को खदेडऩे लगी। इससे आरपीएफ की लोगों से झड़प भी हुई। जीआरपी ने कार्रवाई शुरू करने की बात कहकर परिजनों को शांत कराया।
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