बिनगवां में आरओ प्लांट के लिए दो सौ करोड़ मंजूर
पनकी में निर्माणाधीन 660 मेगावाट पॉवर प्लांट का संचालन सीवर के शोधित पानी से होगा।
जागरण संवाददाता, कानपुर : पनकी में निर्माणाधीन 660 मेगावाट पॉवर प्लांट का संचालन सीवर के शोधित पानी से होगा। इस दिशा में कदम बढ़ाते हुए सरकार ने बिनगवां ट्रीटमेंट प्लांट में आरओ प्लांट लगाने व सीवर लाइन बिछाने के लिए दो सौ करोड़ रुपये मंजूर कर दिए हैं। इसके लिए कोलकाता की बीजी इनर्जी कंपनी के नाम पर सहमति बन गई है। चुनाव आचार संहिता खत्म होने के बाद एक जुलाई से काम शुरू करा दिया जाएगा।
पानी की बर्बादी रोकने के लिए सरकार ने अनूठी पहल की है। तय किया गया है कि सीवरेज को ही शोधित कर उसकी आपूर्ति पॉवर प्लांट में की जाए। अभी ट्रीटमेंट प्लांटों से शोधित पानी को या तो नदी में बहा दिया जाता है या फिर सिंचाई के उपयोग में लाया जाता है। अब यह पानी पनकी में बन रहे पॉवर प्लांट में भेजा जाएगा। अभी पॉवर प्लांटों के संचालन के लिए पीने के पानी की आपूर्ति की जाती है। सीवरेज के शोधन के लिए बिनगवां स्थित ट्रीटमेंट प्लांट में आरओ प्लांट लगाया जाएगा। यहां शोधित होने वाला पानी पीने योग्य तो नहीं होगा, लेकिन इसका उपयोग औद्योगिक इकाइयों में किया जा सकेगा।
ट्रीटमेंट प्लांट से पानी लेना अनिवार्य
50 किलोमीटर रेंज में स्थित पॉवर प्लांटों के संचालन के लिए जल निगम के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट से पानी लेना अनिवार्य कर दिया गया है।
यहां पर होगी व्यवस्था
बिनगवां में बने 21 करोड़ लीटर क्षमता के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट से चार करोड़ लीटर शोधित पानी लेकर पाइपों के माध्यम से पावर हाउस पनकी तक भेजा जाएगा।
प्रोजेक्ट एक नजर में
प्रोजेक्ट- जल निगम पनकी पॉवर हाउस को देगा चार करोड़ लीटर शोधित पानी
कार्य- चार करोड़ लीटर क्षमता का आरओ प्लांट, प्लांट से पनकी पॉवर हाउस तक 17 किमी. तक बिछाए जाएंगे पाइप
लागत - 200 करोड़ रुपये