तीर्थयात्रियों को प्रभु श्रीराम की जन्मभूमि और तपोभूमि के दर्शन कराएगी आइआरसीटीसी की Tourism Train
लॉकडाउन के बाद पहली टूरिज्म ट्रेन की हो रही शुरूआत। अधिकारियों के मुताबिक लॉक डाउन से पहले भारत दर्शन के लिए जो ट्रेनें चल रही थीं उनमें कानपुर से अच्छा यात्री लोड रहता था। आइआरसीटीसी के प्रबंधक के मुताबिक यात्री ऑनलाइन टिकट की बुकिंग करा सकते हैं।
कानपुर, जागरण स्पेशल। भगवान श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या, तपोभूमि चित्रकूट और पौराणिक नगरी प्रयाग के दर्शन अब एक साथ हो सकेंगे। आइआरसीटीसी इसके लिए श्रीराम पथ ट्रेन शुरू करने जा रही है। लॉकडाउन के बाद यह पहली टूरिज्म ट्रेन होगी जिसे शुरू किया जा रहा है। अधिकारियों का मानना है कि कानपुर से बहुतायत की संख्या में यात्री होने के कारण ऐसी ट्रेन की शुरुआत की गई है।
आइआरसीटीसी पहले भी भारत दर्शन से कई ट्रेनाें का संचालन करता था लेकिन लॉकडाउन के बाद सभी ट्रेनें बंद हो गईं। अब एक बार फिर देहरादून से श्रीराम पथ ट्रेन का शुभारंभ किया जा रहा है। यह ट्रेन 12 दिसंबर से चलेगी। ट्रेन को विशेष तौर पर अयोध्या, नंदीग्राम, प्रयाग और चित्रकूट में ठहराव दिया जाएगा। यहां यात्रियों को पौराणिक स्थलों के दर्शन कराए जाएंगे। पूरा सफर छह दिन और पांच रात का होगा। इस दौरान यात्रियों के ठहरने और उनके भोजन व नाश्ते की व्यवस्था भी आइआरसीटीसी के द्वारा की जाएगी। चारों जगहों पर एक-एक दिन का ठहराव होगा।
आइआरसीटीसी अधिकारियों के मुताबिक कोविड संक्रमण के चलते यात्रा छोटी रखी गई है। यात्रियों की प्रतिक्रिया मिलने के बाद इसे विस्तार दिया जाएगा। अधिकारियों के मुताबिक लॉक डाउन से पहले भारत दर्शन के लिए जो ट्रेनें चल रही थीं उनमें कानपुर से अच्छा यात्री लोड रहता था। आइआरसीटीसी के प्रबंधक के मुताबिक यात्री ऑनलाइन टिकट की बुकिंग करा सकते हैं। सेंट्रल स्टेशन पर आइआरसीटीसी कार्यालय से भी टिकट की बुकिंग करायी जा सकती है।
यह रहेगा रूट
देहरादून से चलकर वाया हरिद्वार, मेरठ, गाजियाबाद, अलीगढ़, हाथरस, टूंडला, इटावा, कानपुर, अयोध्या, नंदीग्राम, प्रयाग, चित्रकूट होते हुए ट्रेन देहरादून वापस जाएगी। अधिकारियों के मुताबिक छह दिन पांच रात के सफर का किराया 5670 रुपये तय किया गया है।
कानपुर होकर चलती थीं भारत दर्शन ट्रेनें
- दक्षिण भारत दर्शन
- गंगासागर दर्शन के लिए पश्चिम बंगाल होते हुए
- शिरडी दर्शन के लिए गुजरात और महाराष्ट्र होते
- सात ज्योर्तिलिंग के दर्शन
इनका ये है कहना
कोरोना संक्रमण को देखते हुए छोटी यात्रा के साथ शुरूआत की जा रही है। यात्रियों की जैसी प्रतिक्रिया मिलेगी, उसी के अनुरूप रूट बढ़ाया जाएगा। - अमित सिन्हा, प्रबंधक आइआरसीटीसी