Tokyo Olympics 2020 : जेवलिन थ्रो में स्वर्ण पदक और कुश्ती में पदक जीत से कानपुर शहर में दिखा उल्लास
Tokyo Olympics 2020 internet media के साथ शहर के विभिन्न क्षेत्रों में शहरवासियों ने पटाखे छुड़ाकर जश्न मनाया। खेल संघों ने प्रमुखों ने मिठाई बांटकर खुशी को बयां किया। तो खिलाडिय़ों ने ढोल-नगाड़ों पर जमकर नृत्य कर खुशी मनाई। राजनीतिक दल व समाजसेवी संस्थाओं द्वारा मिठाई वितरित की गई।
कानपुर, जेएनएन। टोक्यो ओलिंपिक में भारत के नाम स्वर्ण पदक कराने वाले जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा और पहलवान रवि दहिया के रजत और बजरंग पुनिया के कांस्य पदक जीतने पर शहरवासियों ने जश्न मनाया। उल्लास के इस क्षण में हर कोई शामिल हुआ।
internet media के साथ शहर के विभिन्न क्षेत्रों में शहरवासियों ने पटाखे छुड़ाकर जश्न मनाया। खेल संघों ने प्रमुखों ने मिठाई बांटकर खुशी को बयां किया। तो खिलाडिय़ों ने ढोल-नगाड़ों पर जमकर नृत्य कर खुशी मनाई। शहर के कई क्षेत्रों में राजनीतिक दल व समाजसेवी संस्थाओं द्वारा मिठाई वितरित की गई। पहलवानों ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर जीत की शुभकामनाएं दी। शास्त्री नगर व्यायामशाला बड़ा सेंट्रल पार्क में युवा पहलवानों ने राष्ट्रीय ध्वज संग एक-दूसरे को बधाई दी। देशभक्ति गीतों के बीच पहलवानों ने नृत्य किया। बबुनी पहलवान, अध्यक्ष कांधा सिन्हा, गड्डू पहलवान, कोच अरुण यादव, सुरेंद्र, मोहित, बजरंगी, अभिषेक ने राष्ट्रीय ध्वज संग भारत माता के जयकारा लगाए और खुशी मनाई।
वहीं, शहर के एथलीटों ने भी नीरज चोपड़ा द्वारा भारत को स्वर्ण पदक दिलाना ऐतिहासिक क्षण बताया। शहर के खिलाडिय़ों के साथ ओलंपिक संघ के रजत आदित्य दीक्षित, स्पेशल ओलंपिक के सत्येंद्र सिंह यादव व उप्र क्रिकेट एसोसिएशन के निदेशक प्रेम मनोहर गुप्ता व कानपुर कुश्ती जिला संघ के राजकुमार यादव, कानपुर एथलेटिक्स के सचिव डा. देवेश दुबे व क्रीड़ा भारती के संयोजक संजीव पाठक ने शहर के विभिन्न क्षेत्रों में राष्ट्रीय ध्वज संग जीत का जश्न मनाया। ग्रीनपार्क स्टेडियम में अभ्यास को पहुंचे प्रशिक्षु खिलाडिय़ों ने उत्साह संग अभ्यास किया और जीत का जश्न मनाया। पूर्व जेवलिन खिलाड़ी सुरेंद्र सिंह रैयत ने बताया कि जेवलिन का स्वर्ण पदक पीढिय़ों तक एथलीटों का मनोबल बढ़ाएगा।
इनका ये है कहना
- ऐतिहासिक मौके पर पटाखे छुड़ाकर पिता संग जश्न मनाया। जेवलिन में पदक आने से एथलीटों को भविष्य के लिए बेहतर सुविधाएं और मंच की प्राप्ति होगी। - झनक दुबे, नेशनल जेवलिन थ्रोअर।
- लंबे समय के बाद एथलीट में स्वर्ण पदक आने से जेवलिन थ्रोअर का मनोबल बढ़ेगा। यह पदक देश में एथलीटों को ऊर्जा से सराबोर करेगा। सच में ऐतिहासिक पदक की यादें अमिट हो गई। - सुरेंद्र सिंह रैयत, वेटरंन जेवेलिन थ्रोअर खिलाड़ी।