स्वस्थ रहना है तो रोज आधा घंटे टहलें, वसायुक्त भोजन करें और न लें तनाव Kanpur News
हैलो डॉक्टर में वरिष्ठ फिजीशियन एवं डायबिटोलॉजिस्ट डॉ. नंदिनी रस्तोगी ने पाठकों को दी सलाह।
कानपुर, जेएनएन। बीमारी के इलाज से बेहतर उसका बचाव है। इसलिए आधा घंटे रोजाना टहलें और अपना वजन नियंत्रित रखें। कम वसायुक्त भोजन और नियमित व्यायाम करें। तनाव मुक्त रहें और सकारात्मक सोच रखते हुए जीवन का लुत्फ उठाएं। ये बातें दैनिक जागरण के हैलो डॉक्टर में वरिष्ठ फिजीशियन एवं डायबिटोलॉजिस्ट डॉ. नंदिनी रस्तोगी ने पाठकों के सवालों के जवाब देते हुए कहीं।
ये हैं सवाल और उनके जवाब
प्रश्न- मधुमेह से बचने के उपाए बताएं। - रमेश चंद्र सविता, बर्रा-एक।
उत्तर- संयमित जीवनशैली अपनाएं। कम वसायुक्त भोजन करें।
प्रश्न- दवा खाने पर भी शुगर कंट्रोल नहीं होती। -केपी शुक्ला, विष्णुपुरी।
उत्तर- मधुमेह बढ़ती हुई बीमारी है। समय के साथ पैंक्रियाज की बीटा सेल्स की कार्य क्षमता कम होती हैं। इसलिए दवा की मात्रा बढ़ती जाती है। जब दवा कारगर नहीं होती तो इंसुलिन लेना जरूरी होता है।
प्रश्न- शुगर व ब्लड प्रेशर कंट्रोल नहीं होता। -अनुराधा, शारदा नगर।
उत्तर- शुगर के साथ बीपी व कोलेस्ट्राल बढऩा ब्रेन, हार्ट और गुर्दे के लिए नुकसानदायक है। शुगर-बीपी नियंत्रित रखना जरूरी है।
प्रश्न- मोटापा की वजह से चल नहीं पाते। राजेंद्र खनुजा, गुमटी नंबर पांच
उत्तर- मोटापा की वजह से शुगर, हृदय रोग समेत कई बीमारियां होती हैं। संतुलित खानपान एवं नियमित व्यायाम जरूर करें।
प्रश्न- मेरे पैर सुन्न हैं, हाथों में करंट सा लगता है। -भगवंत सिंह, लाल बंगला।
उत्तर- लंबे समय से शुगर अनियंत्रित रहने से हाथ-पैर की नसों पर असर पड़ता है। नसों की संवेदनशीलता कम हो जाती है।
प्रश्न- मोटापे के मानक बताएं। -रविंदर कुमार, गोविंद नगर।
उत्तर- पुरुष के कमर की माप 80 सेमी से कम और महिलाओं की 90 सेमी से कम हो। वजन को लंबाई से भाग देकर बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआइ) निकालें। बीएमआइ 18.5 से 24.9 तो सामान्य, 25-29.9 ओवर वेट, 30 से ऊपर मोटापा।
प्रश्न- पति को मधुमेह है। -अलका द्विवेदी, पीरोड।
उत्तर- पति की काउंसिलिंग करें। खानपान की आदतें सुधारें।
प्रश्न- कैसे पता करें कि शुगर है। -सुरेंद्र परासर, किदवई नगर।
उत्तर- टाइप-टू डायबिटीज में 50 फीसद में कोई लक्षण नहीं होते। बार-बार पेशाब लगना, प्यास और भूख अधिक लगना, घाव देर से ठीक होना। आंखों में धुंधलापन, पैरों में सुई जैसी चुभन और कमजोरी होना इसके लक्षण हैं।
प्रश्न- खाली पेट 110 और ग्लूकोज के बाद 150 है पर डॉक्टर दवा दे रहे हैं। -नरेश बहादुर, बर्रा विश्व बैंक।
उत्तर- आप प्री डायबिटीक हैं, दवाओं की जरूरत नहीं। साल में एक बार जांच कराते रहें।
प्रश्न- 24 वर्ष की उम्र में मोटापा-बीपी की समस्या है। -शालिनी मिश्रा, नौबस्ता।
उत्तर- वजन 5-10 फीसद कम करें। बीपी कम करने में मदद मिलेगी।
प्रश्न- शुगर है, अल्कोहल भी लेते हैं। -मिथलेश यादव, ग्वालटोली।
उत्तर- अल्कोहल में सिर्फ वसा होती है, जिससे वजन बढ़ता है। नसों और लिवर पर दुष्प्रभाव पड़ता है।
प्रश्न- एक आंख से धुंधला दिखता हैै। -कंचन, रावतपुर।
उत्तर- शुगर का असर आंख के पर्दे पर पड़ता है। नेत्र रोग विशेषज्ञ को दिखाएं।
प्रश्न- नौ साल से इंसुलिन पर हूं। -रेनू बाजपेई, गोविंद नगर।
उत्तर- इमरजेंसी की स्थिति जैसे निमोनिया, सेप्टीसीमिया, यूरीन इंफेक्शन और ऑपरेशन के समय इंसुलिन देते हैं। बाद में दवा पर वापस लाते हैं। दूसरे डॉक्टर से परामर्श लें।
प्रश्न- आलू और अन्य सब्जियों में किसका परहेज करें। -जय प्रकाश तिवारी, बर्रा।
उत्तर- आलू, घुइयां, हरी मटर, शकरकंद, जिमी कंद, गाजर में कैलोरी अधिक होती है, इसलिए सीमित मात्रा में सेवन करें।
प्रश्न- बच्चों में मोटापा कैसे रोकें। -अनिल तिवारी, काकादेव
उत्तर- बच्चों के खानपान में पिज्जा, बर्गर, चिप्स और कोल्ड ड्रिंक का सेवन और शारीरिक श्रम में कमी हो रही है। वे वीडियोगेम व टीवी से चिपके रहते हैं, जिससे 25-30 फीसद बच्चे मोटापा ग्रस्त हो रहे हैं।