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VIDEO: पाकिस्तान से आए टिड्डी दल का यूपी में हमला, उन्नाव में चट की फसल; कई जिलों में अलर्ट

Tiddi dal in UP कृषि विभाग जीपीएस और गूगल मैपिंग से टिड्डी दल की निगरानी कर रहा है झांसी से दल के तीन भागों में बंटकर उड़कर निकलने की संभावना जताई गई है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Tue, 26 May 2020 12:37 PM (IST)Updated: Tue, 26 May 2020 06:57 PM (IST)
VIDEO: पाकिस्तान से आए टिड्डी दल का यूपी में हमला, उन्नाव में चट की फसल; कई जिलों में अलर्ट
VIDEO: पाकिस्तान से आए टिड्डी दल का यूपी में हमला, उन्नाव में चट की फसल; कई जिलों में अलर्ट

कानपुर, जेएनएन। पाकिस्तान से आया टिड्डियों का एक दल यूपी में भी प्रवेश कर चुका है और उन्नाव में हमला भी बोल चुका है। यहां कई बीघा मक्के की फसल चट करने से किसानों की लाखों की चपत लग चुकी है। जीपीएस और गूगल मैपिंग से टिड्डी दल की निगरानी की जा रही है और इस समय एक दल झांसी के आसपास देखा गया है। यूपी में टिड्डी के दो दलों के प्रवेश करने की जानकारी मिल रही है।

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कहां से आया टिड्डी दल

टिड्डयों का ये दल पाकिस्तान से भारत में आया है। तीन दलों में बंटी टिड्डियां अबतक गुजरात, राज्स्थान और मध्यप्रदेश में हमला कर चुकी हैं। यहां पर कई बीघा फसल चट करने के बाद अब यूपी में प्रवेश कर गई हैं। बीते दिवस उन्नाव में एक टिड्डी दल ने हमला किया है। उन्नाव में टिड्डियों ने आसीवन और सफीपुर क्षेत्र के कई किसानों को लाखों की चपत लगाते हुए कई बीघे मक्का और गन्ने की फसल चट कर गई हैं। इसके साथ कानपुर, मथुरा, आगरा, झांसी, इटावा और कन्नौज में भी खतरा मंडरा रहा है। इन जिलों में भी अलर्ट जारी किया गया।

रात में करता हमला, सुबह हवा की दिशा में फिर भरता उड़ान

कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार 25 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा की दिशा में उड़ने वाला टिड्डी का दल रात में हमला करता है। एक टिड्डी दल आठ से दस घंटे में करीब सौ किमी का सफर करता है। एक बार भोजन के बाद जब सौ किमी उड़ता है और फिर भूख लगते ही वहां के क्षेत्र में पड़ने वाली फसल को चट कर जाता है। बताया गया है कि टिड्डी दल रात में पेड़ और फसलों पर ही बैठता है और फिर सूर्य की पहली किरण निकलते ही फिर उड़ान भरता है।उन्नाव के डिप्टी डायरेक्टर कृषि डॉ. नंदकिशोर ने बताया कि मौजूदा समय में टिड्डियों के दो दल उड़ रहे हैं, उनकी लोकेशन चेक करने के लिए झुंड को गूगल और जीपीएस के माध्यम से भी कवर किया जा रहा है। यह रात में खेतों पर बैठकर फसल चट करने के बाद सुबह उड़ान भर लेता है। ऐसे कीटों की उम्र अलग-अलग प्रजातियों के हिसाब से होती है। 

दल टूटने से तीन हिस्सों में बंटे टिड्डी

पाकिस्तान से आने के बाद टिड्डयों का दल टूट कर तीन हिस्सों में बंट गया है। एक दल करीब सवार किमी, दूसरे दो दल करीब साढ़े तीन किलोमीटर परिक्षेत्र में उड़ रहा है। माना जा रहा है कि एक किमी क्षेत्र वाले दल में एक करोड़ से भी ज्यादा टिड्डियां हैं। इसमें पहला दल झांसी सीमा से मध्यप्रदेश के छतरपुर से महोबा में प्रवेश करके हवा की दिशा में चला तो फतेहपुर से प्रयागराज की ओर जा सकता है। वहीं दूसरा दल बीना के पास देखा गया है, जिसके जालौन से आकर हमीरपुर की ओर बढ़ने की संभावना है। वहीं तीसरा दल जयपुर में देखा गया है, जो हवा की दिशा में चलकर आगरा से इटावा, कन्नौज, कानपुर और उन्नाव की तरफ बढ़ रहा है।

प्रशासन ने जारी किया अलर्ट

टिड्डी दल के हमले को देखते हुए शासन के निर्देश पर कृषि विभाग ने गांवों को अलर्ट करने के साथ ग्रामीणों को प्रशिक्षित करना शुरू कर दिया है। कानपुर के जिलाधिकारी डॉ ब्रह्मदेव राम तिवारी ने कृषि व राजस्व अफसरों को समस्त इंतजाम करने के आदेश दिये हैं और कानपुर में अलर्ट जारी कर दिया है। कानपुर के उप निदेशक कृषि धीरेंद्र सिंह ने बताया कि लगातार टिड्डी दल पर नजर रखी जा रही है।

रिहायशी इलाके में मचा चुका कोहराम, बचाव में करें ये काम

मप्र और राजस्थान के रिहायशी इलाकों में भी टिड्डी दल कोहराम मचा चुका है। इससे बचाव के लिए प्रशासन ने कई निर्देश जारी किए हैं। नगर पालिक व नगर पंचायत में पानी के टैंकर भर कर रखे जाएं। दमकल वाहनों को पानी से भरकर तय स्थानों पर रखें ताकि जरूरत पड़ने पर इनका प्रयोग किया जा सके। उपनिदेशक कृषि किसानों से बातचीत करके पांच-पांच ट्रैक्टर प्रत्येक विकास खंड में खड़ा कराएं। जिला उद्यान अधिकारी सब्जी उत्पादक किसानों को सावधान कर दें। बलुई मिट्टी की जुताई करके जलभराव करा दें इससे टिड्डियों के विकास की संभावना कम हो जाती है। वहीं किसानों को निर्देश दिये गये हैं कि टिड्डियों को देखते ही जोर जोर से शोर मचाएं, खाली टिन के डिब्बे, थाली व ताली बजाने के साथ खेतों में धुंआ करें।


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