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इटावा में अंतरराज्जीय ऑटो फ्रॉड गैंग के तीन सदस्य गिरफ्तार, 41 वाहन बरामद

जांच में स्पष्ट हुआ कि एक गैंग ऑटो ट्रांसपोर्ट के क्षेत्र में चल रहा है जो चोरी किए गए वाहनों को फर्जी तरीके से दूरस्थ प्रदेशों से चेसिस नंबर बदलकर एनओसी लेकर जनपद इटावा व औरैया से रजिस्ट्रेशन कराता है जिसमें परिवहन विभाग के कई जनपदों के आरटीओ

By Akash DwivediEdited By: Published: Mon, 04 Jan 2021 10:15 PM (IST)Updated: Mon, 04 Jan 2021 10:15 PM (IST)
इटावा में अंतरराज्जीय ऑटो फ्रॉड गैंग के तीन सदस्य गिरफ्तार, 41 वाहन बरामद
चोरी की रिपोर्ट लिखवा कर करोड़ों के इंश्योरेंस का फ्रॉड किया है

कानपुर, जेएनएन। चोरी किए गए ट्रक, टैंकर व अन्य वाहनों का फर्जी तरीके से नागालैंड, मणिपुर व अन्य राज्यों से एनओसी कराकर रजिस्ट्रेशन कराने वाले गैंग के तीन सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। फर्जी तरीके से रजिस्टर किए गए 41 वाहनों (अनुमानित कीमत 7.50 करोड़) को बरामद किया गया है। यह गैंग पूरे उत्तर प्रदेश में वर्ष 2016 से सक्रिय है। फ्रॉड में तत्कालीन इटावा व औरैया के तीन एआरटीओ, स्टाफ, दलालों की भूमिका सामने आयी है। एक अनुमान के मुताबिक पूरे प्रदेश में करीब हल्के-भारी 10 हजार ऐसे वाहन हैं जिनमें 60 फीसद चोरी के संचालित हैं और बाकी को उनके मालिकों ने कटवा चोरी की रिपोर्ट लिखवा कर करोड़ों के इंश्योरेंस का फ्रॉड किया है।

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अंतरराज्जीय ऑटो फ्रॉड गैंग का एसएसपी आकाश तोमर ने खुलासा करते हुए बताया कि विगत वर्ष एआरटीओ इटावा द्वारा सिविल लाइन थाना पर अभियोग पंजीकृत कराया गया था, जिसमें उनके द्वारा बताया गया कि कुछ अज्ञात व्यक्ति चोरी किए हुए ट्रक, टैंकर, छोटे वाहनों का फर्जी तरीके से नागलैंड/मणिपुर आदि राज्यों में चेसिस नंबर बदलकर एनओसी लेकर जनपद इटावा व आसपास के जनपदों से रजिस्ट्रेशन कराकर चला रहे हैं। इस प्रकरण की विवेचना के दौरान पांच नवंबर को मुखबिर की सूचना पर क्राइम ब्रांच व थाना सिविल लाइन की संयुक्त टीम द्वारा चोरी किए हुए ट्रैक्टरों का फर्जी तरीके से पंजीकरण कराकर बेचने तथा प्रयोग करने की संलिप्तता में 12 ट्रैक्टर व दस्तावेजों सहित तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। इन दोनों विवेचनाओं के दौरान प्राप्त सूचनाओं पर ठोस कार्रवाई के लिए दिसंबर में चार अन्य टीमों का गठन किया गया था। गठित टीमों को विभिन्न जनपदों में पतारसी और सुरागरसी के लिए रवाना किया गया था, जिसमें पुलिस टीम द्वारा अन्य जनपदों में जाकर मुखबिरों की सहायता से कई फर्जी गाडिय़ों को चिह्नित किया गया।

जांच में स्पष्ट हुआ कि एक गैंग ऑटो ट्रांसपोर्ट के क्षेत्र में चल रहा है, जो चोरी किए गए वाहनों को फर्जी तरीके से दूरस्थ प्रदेशों से चेसिस नंबर बदलकर एनओसी लेकर जनपद इटावा व औरैया से रजिस्ट्रेशन कराता है, जिसमें परिवहन विभाग के कई जनपदों के आरटीओ, क्लर्क व दलाल भी संलिप्त हैं। मुखबिर की सूचना के आधार पर सफारी पार्क के सामने से स्कोर्पियो व टाटा आरिया कार से गैंगे के तीन सदस्यों दिलीप कठेरिया पुत्र शिवराम ङ्क्षसह निवासी काशीराम कालोनी थाना जसवंतनगर, राजीव गुप्ता पुत्र राधेश्याम गुप्ता निवासी 640 दुर्गाबुर्ज रोजा जनपद शाहजहांपुर, राघवेंद्र ङ्क्षसह पुत्र रामदास यादव निवासी सारंगपुरा कचौरा रोड थाना सिविल लाइन को गिरफ्तार किया गया जबकि एक सदस्य भाग निकला। बरामद वाहनों में 11 ट्रक, 18 टैंकर, एक-एक डीसीएम, मारुति अर्टिगा कार, हुंडई वरना, जायलो कार, मैक्स पिकअप, लोडर, टाटा आरिया व टाटा इंडिगो कार, दो-दो स्कार्पियो व सेंट्रो कार हैं। एसएसपी ने बताया कि अभियुक्तों से की गई पूछताछ में मनोज कुमार ङ्क्षसह एआरटीओ औरैया व क्लर्क एवं तत्कालीन एआरटीओ इटावा व आरटीओ कार्यालय के कर्मचारी/दलाल की संलिप्तता सामने आयी है। 


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