हैलो..! मैं सचिवालय से बोल रहा हूं... इस आवाज पर कानपुर के तीन पार्षदों ने गंवा दिए डेढ़ लाख
मोबाइल फोन पर ठगों का नया पैतरा सैनिटाइजर और मास्क वितरण के नाम पर रुपये ऐंठ रहे हैं।
कानपुर, जेएनएन। सैनिटाइजर, मास्क और राशन के लिए रुपये भेजने के नाम पर तीन पार्षद के बैंक खातों से 1.15 लाख रुपये की ऑनलाइन ठगी कर ली गई। कई पार्षद ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) देने से इन्कार कर बच गए। खुद को सचिवालय कर्मी बताने वाले ने ओटीपी न देने पर एक को धमकी तक दे दी। अब पार्षद पुलिस से शिकायत कर रहे हैं।
कल्याणपुर की पार्षद अंजू मिश्र को फोन करने वाले ने बताया कि वह सचिवालय से बोल रहा है और प्रधानमंत्री की तरफ से उन्हें सैनिटाइजर और मास्क वितरित करने के लिए रुपये भेजने को कहा गया है। उस समय फोन पार्षद के पति कौशल मिश्र के पास था। फोन करने वाले ने बैंक खाता नंबर मांगा। इसके बाद मोबाइल पर आया ओटीपी पूछा। कौशल के मुताबिक बेटे ने ओटीपी देने से मना किया तो उसे समझाया कि सरकारी काम में मना नहीं करते हैं। ओटीपी देते ही उनके दो बैंक खातों से 60 हजार रुपये निकल गए।
ऐसा ही फोन आर्य नगर के पार्षद अवनीश खन्ना के पास आया। उनके मुताबिक फोन करने वाले ने कहा कि मुख्यमंत्री की तरफ से एक-एक हजार रुपये लोगों को बांटने के लिए उन्हें भेजे जा रहे हैं। अवनीश के अनुसार बेटी ने रोका पर उन्होंने ओटीपी दे दिया। इसके बाद उनके खाते से 9,999 रुपये निकल गए। ऐसा ही फोन परमपुरवा के पार्षद राकेश पासवान के बेटे शुभम के पास आया। उससे कहा गया कि भोजन वितरण के लिए प्रधानमंत्री की तरफ से धन भेजना है। उनसे डेबिट कार्ड की जानकारी लेकर उनके खाते से 24 मिनट में सात बार में 44,396 रुपये निकल गए। उन्होंने गोवद नगर पुलिस को तहरीर दी।
अशोक नगर की पार्षद नमिता मिश्र ने शक होने पर पति सतीश चंद्र मिश्र को फोन दिया। उन्होंने ओटीपी देने से मना किया तो फोन करने वाले ने कार्रवाई की धमकी दी। विश्वबैंक बर्रा के पार्षद आपत यादवने बर्रा थाने में तहरीर दे कर कहा कि फोन करने वाले ने खुद को सचिवालय का अनिल अग्रवाल बताया। भाजपा उत्तर जिलाध्यक्ष सुनील बजाज ने बताया कि पार्षदों से हुई ठगी के संबंध में एसएसपी अनंतदेव से बात की है। उन्होंने इंस्पेक्टर क्राइम लाल सिंह को जांच सौपी है।