व्यावसायिक में बदलीं साढ़े तीन हजार आवासीय संपत्तियां
जीआइएस के तहत नगर निगम के दस वार्डो में चल रहा सर्वे
जागरण संवाददाता, कानपुर : भौगोलिक सूचना प्रणाली (जीआइएस) के तहत नगर निगम के दस वार्डो में सर्वे चल रहा है। इसमें दस हजार से ज्यादा संपत्तियां ऐसी मिली हैं, जो टैक्स दायरे से बाहर हैं। इनका कर निर्धारण होने पर नगर निगम को करोड़ों रुपये की आय होगी। अभी तक दस वार्डो के सर्वे में साढ़े तीन हजार ऐसी संपत्तियां चिह्नित की गई हैं जो कागज में आवासीय थीं, लेकिन व्यावसायिक रूप में प्रयोग किया जा रहा है।
नगर निगम जीआइएस सर्वे करा रहा है। माना जा रहा है कि 110 वार्डो के सर्वे में एक लाख तक नई संपत्तियां चिह्नित होंगी, जो अभी तक टैक्स नहीं दे रही हैं। साथ ही हजारों आवासीय संपत्तियां व्यावसायिक रूप में प्रयोग हो रही हैं।
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यहां पर चल रहा सर्वे
अभी वार्ड 62 स्वर्ण जयंती विहार, वार्ड 60 रावतपुर, वार्ड 74 श्यामनगर, वार्ड 69 सरोजनीनगर, वार्ड 24 कृष्णा नगर, वार्ड 73 जाजमऊ दक्षिण, वार्ड 80 बाबूपुरवा कालोनी, वार्ड 88 बसंत विहार, वार्ड 57 स्वराज नगर और वार्ड 12 चकेरी में सर्वे चल रहा है। इन क्षेत्रों में साढ़े तीन हजार संपत्तियां आवासीय से मिश्रित व व्यावसायिक में परिवर्तित हुई हैं। स्वर्ण जंयती विहार में तीन हजार नई संपत्तियां मिली हैं। बाकी वार्डों में पांच सौ से आठ सौ संपत्तियां बढ़ी हैं। इनका हाउस टैक्स निर्धारण भी किया जाएगा। नगर आयुक्त अक्षय त्रिपाठी ने सभी जोनल प्रभारी और राजस्व वसूली से जुड़े अफसरों को आदेश दिए हैं कि एक-एक छूटी संपत्ति को टैक्स के दायरे में लाया जाए। एक-एक नई इमारत का सर्वे कराएं कि वह वर्तमान हिसाब से टैक्स दे रहा है या पुरानी स्थिति के अनुसार टैक्स दे रहा है।