गजब हाल है कानपुर स्वास्थ्य विभाग का, पहले कह रहे थे कोई मरा नहीं...अब मुर्दों की हो रही गिनती
प्राचार्य प्रो. आरबी कमल ने बताया कि एक महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा (डीजीएमई) और दूसरा यूपी का पोर्टल। इन दोनों में डाटा की फीडिग नियमित होती है। पुराने कंप्यूटर ऑपरेटर के संक्रमित होने से पहले एंटीजन जांच की मौतों को डीजीएमई पोर्टल पर अपलोड कर दिया था।
कानपुर, जेएनएन। कोरोना वायरस की दूसरी लहर की पीक के दौरान सरकारी अस्पतालों से लेकर निजी अस्पतालों ने कोरोना संक्रमितों की मौत की संख्या खूब छिपाई। पोर्टल पर आंकड़े अपडेट नहीं होने पर आंकड़ेबाजी की पोल खुल गई। दो दिन में मौतों की संख्या पोर्टल पर अपडेट नहीं करने पर सीएमओ ने मौतों की संख्या छिपाने वाले निजी अस्पताल एवं नॄसग होम संचालकों को नोटिस दिया है। शिकंजा कसने पर धीरे-धीरे फुटकर में मौतों की संख्या बता रहे हैं। यहां सवाल एक यह भी उठता है कि जब जिला प्रशासन ने हर कोविड हॉस्पिटल में मजिस्ट्रेट तैनात कर रखे थे, जो हर गतिविधियों में नजर रखते थे। उसके बाद मौतों के आंकड़े में हेराफेरी कैसे हो गई। यह भी जांच का विषय है।
कोरोना वायरस के संक्रमण का पीक अप्रैल माह में आया था। उस दौरान सरकारी अस्पतालों से लेकर निजी अस्पतालों में आक्सीजन से लेकर बेड कम पड़ गए थे। आक्सीजन की कमी से अस्पतालों में संक्रमितों की सांसें थमने लगी थी। उस दौरान मौत का आंकड़ा तेजी से बढऩेे लगा था। इस दौरान जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के एलएलआर अस्पताल (हैलट) की इमरजेंसी में मरीजों का दबाव बढ़ गया था। तेजी से मरीज बढऩे पर तत्काल जांच के लिए कोरोना की एंटीजन कार्ड जांच शुरू करा दी गई थी। इसी बीच, कॉलेज के प्राचार्य प्रो. आरबी कमल, उप प्राचार्य प्रो. रिचा गिरि और प्रमुख अधीक्षक डॉ. ज्योति सक्सेना कोरोना संक्रमित हो गई थीं। एलएलआर इमरजेंसी में पोर्टल पर डाटा अपलोड करने वाला कंम्यूटर ऑपरेटर भी संक्रमित हो गया। इस दौरान नए ऑपरेटर की ड्यूटी लगानी पड़ी, जिससे 166 मौतों का आंकड़ा गड़बड़ा गया।
डाटा गड़बड़ाने पर कराई जांच : जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में 166 मौतों का आंकड़ा गड़बड़ाने पर शासन ने मंडलायुक्त एवं जिलाधिकारी से रिपोर्ट तलब की। इस पर सीएमओ डॉ.नैपाल सिंह एवं सीडीओ डॉ. महेंद्र कुमार ने जाकर मेडिकल कॉलेज में जांच की। इस जांच में गड़बड़ी पकड़ में आई। प्राचार्य प्रो. आरबी कमल ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में दो पोर्टल चलते हैं, एक महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा (डीजीएमई) और दूसरा यूपी का पोर्टल। इन दोनों में डाटा की फीडिग नियमित होती है। पुराने कंप्यूटर ऑपरेटर के संक्रमित होने से पहले एंटीजन जांच की मौतों को डीजीएमई पोर्टल पर अपलोड कर दिया था।
यूपी पोर्टल पर गलत फीडिंग से रिपोर्ट लंबित : प्रो. कमल के मुताबिक जब नया कंप्यूटर ऑपरेटर आया तो उसने यूपी पोर्टल पर एंटीजन की जगह आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट दिखाते हुए डाटा फीड कर दिया। इस वजह से यूपी पोर्टल पर 166 संक्रमित की मौतों के बाद भी रिपोर्ट लंबित दिखाई पड़ रही थी। जबकि यही डाटा डीजीएमई के पोर्टल पर ठीक दिख रहा था। इसको लेकर जिला सॢवलांस अधिकारी को बताया गया, लेकिन उन्होंने देखने के बाद भी सुधार नहीं कराया। जांच के बाद शासन को भी पूरे प्रकरण से अवगत कराया गया। उसके बाद आंकड़ा दुरुस्त हो सका।
नर्सिंग होम संचालकों ने किया खेल : कोविड हॉस्पिटल बनाए गए नर्सिंग होम से अब आंकड़े धीरे-धीरे सामने आ रहे हैं। 26 मई से लेकर 2 जून के बीच नॄसग होम में 31 कोरोना संक्रमितों के आंकड़े विलंब से अपडेट किए गए। कोविड मरीजों के इन आंकड़ों में खेल जिला प्रशासन के अधिकारियों के सामने कर दिया गया। उन्हेंं भनक तक नहीं लग सकी। ऐसा तो नहीं, इसमें उनकी भी मूक सहमति रही हो। आखिर इनकी भूमिका की जांच क्यों नहीं कराई गई।
- विलंब से दी मौत की सूचना : 26 मई जेएल रोहतगी हॉस्पिटल में दो संक्रमित की मौत।
- 27 मई : एक भी नहीं
- 28 मई : एलएलआर अस्पताल व रामा मेडिकल कॉलेज में एक-एक संक्रमित की मौत।
- 29 मई : मेदांता हॉस्पिटल लखनऊ में एक मरीज की मौत।
- 30 मई : कांशीराम अस्पताल, मरियमपुर हॉस्पिटल एवं मेडी हेल्प हॉस्पिटल में एक-एक संक्रमित की मौत।
- 31 मई : मधुराज हॉस्पिटल में पांच संक्रमितों की मौत।
- 01 जून : एलएलआर अस्पताल में तीन, मधुराज हॉस्पिटल में तीन, ग्रेस हॉस्पिटल में दो, कानपुर मेडिकल सेंटर एवं कृष्णा सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में एक-एक संक्रमित की मौत।
- 02 जून : मधुराज हॉस्पिटल में 4, चांदनी हॉस्पिटल में 3 व रामा मेडिकल कॉलेज, मेडिहेल्प और फार्चून हॉस्पिटल में एक-एक संक्रमित की मौत।
- 03 जून : चांदनी हॉस्पिटल में 4 व एलएलआर अस्पताल में 3 संक्रमित की मौत।
- इनका ये है कहना
जिले के सरकारी अस्पतालों से लेकर निजी अस्पतालों में मौतों का डाटा तत्काल अपडेट करने के निर्देश हैं। पूर्व में कई निजी अस्पतालों ने मौत का डाटा विलंब से अपडेट किया है। इसके लिए सभी सरकारी अस्पताल के जिम्मेदारों को नोटिस दिया है। निजी अस्पतालों को भी नोटिस जारी कर दो दिन के अंदर डाटा अपडेट करने का निर्देश दिया था। उसके बाद से डाटा में सुधार आया है।
- डॉ. नैपाल सिंह, सीएमओ, कानपुर नगर।
जीएसवीएम के एलएलआर अस्पताल की स्थिति
- 4663 कुल संक्रमित हुए भर्ती
- 3119 स्वस्थ होकर जा चुके
- 1325 की कोरोना से हुई मौत