इस महिला संगठन ने विश्व भर में बनाई अपनी पहचान, Lockdown में एक नहीं बना डाले दो वल्र्ड रिकार्ड
27 राज्यों की एक हजार महिलाओं को एक साथ दिया ऑनलाइन प्रशिक्षण 17 देशों के 35 हजार बच्चों को बताए सफलता के सूत्र।
कानपुर, [जागरण स्पेशल]। अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महिला संगठन ने सफलता का नया इतिहास रचा है। लॉकडाउन के दौरान घर के अंदर रहकर बच्चों, युवतियों और महिलाओं को सामाजिक सरोकारिता, नैतिकता, व्यक्तित्व विकास और जीवन के लिए महत्वपूर्ण जानकारियां देने में विश्व रिकार्ड कायम किया है। 27 राज्यों की महिलाओं को एक साथ ऑनलाइन प्रशिक्षण देने और 17 देशों के 35 हजार बच्चों व किशोरों की कार्यशाला आयोजित करने में गोल्डन बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड में नाम दर्ज कराया है। इस कामयाबी पर संगठन के पदाधिकारियों के पास देश ही नहीं विदेशों से फोन व संदेश आ रहे हैं। राष्ट्रीय महामंत्री मंजू बांगड़ ने बताया कि दोनों विश्व रिकार्ड एक महीने के अंदर बने हैं।
छह विषयों पर हुई थी ऑनलाइन कार्यशाला
25 मई को ऑनलाइन कर्म योग हमारा प्रयास विषय पर ऑनलाइन कार्यशाला हुई। इसमें 15 वर्ष की किशोरी से लेकर 92 वर्ष तक की बुजुर्ग महिलाओं ने हिस्सा लिया। इसमें छह प्रमुख विषय रखे गए थे। सबसे अधिक चर्चा मौजूदा समय में कैसे रहना, क्या करना चाहिए। परिवार में एकजुटता और सामंजस्य कैसे स्थापित हो। इसमें प्रशिक्षण समिति की राष्ट्रीय प्रभारी नम्रता बियानी और उनकी टीम ने सहयोग किया।
गोल्डन बुक ऑफ वल्र्ड रिकाड्र्स के एशिया हेड ने दिए प्रमाण पत्र
गोल्डन बुक ऑफ वल्र्ड रिकाड्र्स के एशिया हेड मनीष विश्नोई ने ऑनलाइन मीङ्क्षटग में शामिल होकर प्रमाण पत्र प्रदान किए। गीता परिवार के राष्ट्रीय प्रमुख संजय मालपानी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। पूर्व अध्यक्ष लता लाहोटी, गीता मूंदड़ा, विमला साबू, शोभा सादानी, गोङ्क्षवद महेश्वरी, रतनी काबरा आदि उपस्थित रहीं। राष्ट्रीय बाल एवं किशोरी विकास समिति की प्रभारी निर्मला मारु और उनकी टीम ने आठ से 15 वर्ष के किशोरों के लिए योग, प्राणायाम, संस्कृत के श्लोक, क्राफ्ट वर्क, प्रेरक कहानियां वीडियो के माध्यम से सुनाई। राष्ट्रीय अध्यक्ष आशा महेश्वरी, उत्तर प्रदेश की अध्यक्ष प्रीती तोषनीवाल, सचिव सीमा झावर, सुजाता राठी, प्रेमा झावर ने खुशी जाहिर की है।