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आइएलएस-2 की राह में भी हैं रोड़े

एयरफोर्स अधिकारियों ने इसी माह के अंत में आइएलएस-2 लगाने का काम शुरू करने का किया है दावा।

By JagranEdited By: Published: Sat, 08 Jan 2022 01:50 AM (IST)Updated: Sat, 08 Jan 2022 01:50 AM (IST)
आइएलएस-2 की राह में भी हैं रोड़े
आइएलएस-2 की राह में भी हैं रोड़े

जागरण संवाददाता, कानपुर : एयरफोर्स अधिकारियों ने जनवरी माह के अंत तक चकेरी एयरपोर्ट पर आइएलएस-2 (इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम) लगाने का काम शुरू करने का दावा किया है। दावा कितना सही बैठेगा यह तो वक्त तय करेगा, लेकिन आइएलएस-2 की राह में अनुमति, अधिग्रहण जैसे कई रोड़े हैं जो बताए गए समय पर इसके शुरू होने पर सवाल खड़ा करते हैं।

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हवाई अड्डा सलाहकार समिति की बैठक गुरुवार को मंडलायुक्त कार्यालय में हुई थी। इसमें एयरफोर्स के अधिकारियों ने जनवरी के अंत तक आइएलएस लगाने का काम शुरू करने की बात कही। हालांकि यह इतना आसान नही है क्योंकि रक्षा मंत्रालय से काम शुरू करने की अनुमति मिलने में ही काफी समय लग जाता है। नई टर्मिनल बिल्डिंग को एयरफोर्स के रनवे से जोड़ने के लिए टैक्सी लिंक बनाया जाना है। टैक्सी लिक बनाने के लिए साल भर पहले अनुमति मांगी गई थी, लेकिन अभी तक नहीं मिल पाई है। आइएलएस-2 लगाने के लिए अभी रनवे पर एप्रोच लाइट, रनवे से पहले 700 मीटर तक उसे बढ़ाने के लिए जमीन अधिग्रहण, रनवे पर रडार समेत कई काम शेष हैं। जमीन अधिग्रहण की बात करें तो 26.5 बीघा जमीन अधिगृहीत होनी है। यह जमीन मवइया, शेखपुर और पैबंदी गांव में ली जानी है। जिला प्रशासन ने इसकी रिपोर्ट बनाकर एयरफोर्स को सौंप दी है। जानकारों के मुताबिक यह रिपोर्ट अनुमति के लिए रक्षा मंत्रालय में लंबित है। अनुमति मिलने के बाद जमीन का अधिग्रहण शुरू हो पाएगा। इसमें भी यदि किसी किसान की जमीन विवादित होने के चलते कोर्ट केस में फंसी हुई होगी तो फिर कितना समय लगेगा कहा नहीं जा सकता।


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