आखिरी बार होली पर कानपुर में था पूरा परिवार
मूलत विंदकी के रहने वाले थे अमर।
जागरण संवाददाता, कानपुर : मूलरूप से बिंदकी के झावनखेड़ा गांव निवासी 40 वर्षीय रेलवे कर्मी अमर सिंह कानपुर के गोविदपुरी स्टेशन में इलेक्ट्रिशियन के पद पर कार्यरत थे। उनकी पत्नी नीलम सरकारी विद्यालय में शिक्षिका हैं। अमर के परिवार में पिता रामकिशोर, दो बेटियां 12 वर्षीय अनन्या, नौ वर्षीय तन्नो और तीन वर्षीय बेटा अयांश हैं। पड़ोसी मनोज सिंह सेंगर ने बताया कि करीब डेढ़ साल पहले ही अमर ने चकेरी चुंगी के पास स्थित मकान में गृह प्रवेश किया था। यहां वह अकेले ही रहते थे। क्योकि उनकी पत्नी प्रतापगढ़ के राजकीय विद्यालय में शिक्षिका थीं। इसलिए उनके पिता और बच्चे पत्नी के साथ ही प्रतापगढ़ में रहते थे। दीपावली के त्योहार पर अमर ने कार खरीदी थी। लेकिन वह कार चला नहीं पाते थे। इसलिए कार उनकी पत्नी के पास प्रतापगढ़ में ही थी। आखिरी बार होली के त्योहार पर पूरा परिवार चकेरी स्थित घर में मौजूद था। जानकारी के अनुसार उनकी पत्नी का तबादला उन्नाव जनपद में हो गया था। जिस कारण वह शुक्रवार को सामान शिफ्ट कराने के लिए प्रतापगढ़ गए थे। शनिवार सुबह वह पिकअप से सामान लेकर वापस कार से परिवार के साथ चकेरी स्थित मकान आ रहे थे। इस दौरान रास्ते में फतेहपुर के खागा के अधारपुर गांव के पास हाईवे किनारे खड़े कंटेनर में उनकी कार जा घुसी। हादसे में अमर सिंह उनके पिता रामकिशोर और दोनों बेटियों की मौत हो गई। सभी शवों का पोस्टमार्टम फतेहपुर में होगा। जिसके बाद सभी शवों को उनके पैतृक गांव बिंदकी के झावनखेड़ा ले जाकर अंतिम संस्कार किया जाएगा।
उधर, एक साथ परिवार के चार लोगों की मौत होने की जानकारी मिलते ही पड़ोसी गमजदा हो गए।