कोरोना संक्रमण के जेलों में भी दस्तक देने के बाद अब पैरोल की प्रक्रिया फिर हुई शुरू
कानपुर जिला कारागार की क्षमता 1250 बंदियों और कैदियों की है लेकिन इन दिनों जेल में तीन गुना अधिक लगभग 2750 बंदी व कैदी निरुद्ध हैं। जेलों में क्षमता से अधिक भीड़भाड़ है और इन दिनों तेजी से जेलों के अंदर भी कोरोना पैर पसार रहा है।
कानपुर, जेएनएन। जेलों में कोरोना संक्रमण बढऩे के बाद पिछले दिनों हाईकोर्ट ने कैदियों को पैरोल पर छोडऩे का आदेश दिया था। इसके तहत कानपुर जेल से भी कैदियों को पैरोल पर छोडऩे की प्रक्रिया शुरू कर दी गई। 65 कैदियों की लिस्ट शासन को भेजी गई है, वहां से जिन नामों पर मोहर लगेगी, उन्हेंं रिहा किया जाएगा।कानपुर जिला कारागार की क्षमता 1250 बंदियों और कैदियों की है, लेकिन इन दिनों जेल में तीन गुना अधिक लगभग 2750 बंदी व कैदी निरुद्ध हैं।
जेलों में क्षमता से अधिक भीड़भाड़ है और इन दिनों तेजी से जेलों के अंदर भी कोरोना पैर पसार रहा है। इस समय कानपुर जेल में भी कोरोना संक्रमित 31 मरीज बंद है। जेल अधीक्षक आरके जायसवाल ने बताया कि जिला कारागार में कैदियों की संख्या 400 के आसपास है। नियमों के मुताबिक ऐसे ही कैदियों को रिहा करने को कहा गया है, जिनकी सजा सात साल या उससे नीचे की है।
इसके अलावा एनडीपीएस, दुष्कर्म, देश के खिलाफ साजिश रचने वालों व अन्य कुछ आरोपों को छोड़कर अन्य कैदियों को पैरोल पर रिहा करने के निर्देश है। इन शर्तों पर 65 बंदी खरे उतरे हैं। उनकी लिस्ट शासन को भेज दी गई है। वहीं बंदियों की पैरोल पर रिहाई की उम्मीद भी है। इसके अलावा न्यायालय द्वारा भी कुछ बंदियों को जमानत पर रिहा करने का आदेश जल्द ही दे सकता है। यह सब कवायद इसलिए की जा रही है, ताकि जेलों में बंदियों व कैदियों की संख्या कम करके उन्हेंंं कोरोना संक्रमण से बचाया जा सके।