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बस में एंटी ब्रेक सिस्टम के बाद दुर्घटनाओं पर रोक नहीं लग पा रही है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 23 Nov 2020 07:30 PM (IST)Updated: Tue, 24 Nov 2020 02:05 PM (IST)
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बस में एंटी ब्रेक सिस्टम के बाद भी नहीं रुका हादसा

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जागरण संवाददाता, कानपुर : झकरकटी पुल से उतरते समय ब्रेक फेल होने के कारण हादसा ग्रस्त हुई बस की तकनीकी जांच जल्द शुरू होगी। फिलहाल बस अभी पुलिस के कब्जे में है। इससे पहले बस को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। प्रेशर पर चलने वाली हर बस में एंटी ब्रेक फेल सिस्टम लगा होता है। अचानक प्रेशर कम होने अथवा जीरो होने पर यह सिस्टम बस को रोक देता है। हादसा ग्रस्त बस में भी यह सिस्टम यदि लगा था तो प्रेशर कम होने के बाद भी उसने काम क्यों नहीं किया? प्रारंभिक जांच में विकास नगर डिपो से निकलने से पहले मेंटीनेंस व डिफेक्ट रजिस्टर में भी एंटी ब्रेक सिस्टम के संबंध में कोई शिकायत दर्ज नहीं की गई थी।

रोडवेज के सेवा प्रबंधक तुलाराम ने बताया कि बस में क्या खामी थी यह तकनीकी जांच के बाद ही पता चल सकेगा। जांच से पहले कुछ कहना ठीक नहीं होगा।

आइआइटी के अफसर के खाते से उड़ाई रकम

संस, कल्याणपुर : आइआइटी के अधिकारी के खाते से साइबर ठग ने हजारों रुपये पार कर दिए। उन्होंने कल्याणपुर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। आइआइटी हाउसिग सोसायटी निवासी डॉ. रजनीश कुमार प्रजापति आइआइटी में रिसर्च इस्टैब्लिशमेंट अफसर हैं। तहरीर के मुताबिक रजनीश आरबीएल बैंक का क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करते हैं। कुछ दिन पहले उन्होंने अपने एक करीबी के लिए होटल बुक कराया था। कार्यक्रम स्थगित हो जाने पर संबंधित विभाग से ट्वीट के जरिए डेट बदलने की जानकारी मांगी। शायद इसी ट्वीट को देखकर साइबर ठगों ने कस्टमर केयर अफसर बनकर फोन किया और डेट बदलने के नाम पर लिक भेजा। इसके बाद फोन पर ओटीपी पूछकर क्रेडिट कार्ड से साढ़े 44 हजार रुपये पार कर दिए। कल्याणपुर थाना प्रभारी अजय सेठ ने बताया कि साइबर सेल की मदद से मामले की जांच की जा रही है।

संस, कल्याणपुर : आइआइटी के अधिकारी के खाते से साइबर ठग ने हजारों रुपये पार कर दिए। उन्होंने कल्याणपुर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। आइआइटी हाउसिग सोसायटी निवासी डॉ. रजनीश कुमार प्रजापति आइआइटी में रिसर्च इस्टैब्लिशमेंट अफसर हैं। तहरीर के मुताबिक रजनीश आरबीएल बैंक का क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करते हैं। कुछ दिन पहले उन्होंने अपने एक करीबी के लिए होटल बुक कराया था। कार्यक्रम स्थगित हो जाने पर संबंधित विभाग से ट्वीट के जरिए डेट बदलने की जानकारी मांगी। शायद इसी ट्वीट को देखकर साइबर ठगों ने कस्टमर केयर अफसर बनकर फोन किया और डेट बदलने के नाम पर लिक भेजा। इसके बाद फोन पर ओटीपी पूछकर क्रेडिट कार्ड से साढ़े 44 हजार रुपये पार कर दिए। कल्याणपुर थाना प्रभारी अजय सेठ ने बताया कि साइबर सेल की मदद से मामले की जांच की जा रही है।


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