शहर की टेनरियों में शिकंजा कसा, रोस्टर के अनुसार होगा संचालन
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने तीन समूहों में बांटा, चार घंटे में निस्तारित होगा उत्प्रवाह, घंटेवार समूह बनाकर बनाना होगा शेड्यूल।
By Edited By: Published: Sat, 05 Jan 2019 02:01 AM (IST)Updated: Sat, 05 Jan 2019 11:55 AM (IST)
कानपुर, जेएनएन। टेनरियों का संचालन होने के बावजूद उनका उत्प्रवाह किसी सूरत में गंगा में न जाए, इसके लिए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने 91 टेनरियों पर शिकंजा कसा है। जाजमऊ स्थित पंपिंग स्टेशन नं. तीन (वाजिदपुर) से जुड़ी सभी 91 टेनरियों का संचालन तो होगा, पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने इनके लिए रोस्टर तैयार कर दिया है।
टेनरियों को तीन समूहों 29, 27 व 35 में विभाजित किया गया है। 29 टेनरियों का समूह सोमवार व गुरुवार को, 27 टेनरियों का समूह मंगल व शुक्रवार को और 35 टेनरियों का समूह बुध व शनिवार को अपना उत्प्रवाह निस्तारित कर सकेगा। इसके लिए बोर्ड की ओर से दोपहर 12 बजे से शाम चार बजे तक का समय निर्धारित किया गया है।
हालांकि रोस्टर के अनुसार सभी औद्योगिक इकाइयों को चार घंटे में उत्प्रवाह निस्तारण का हर घंटे का ब्योरा तैयार करना होगा और इसकी सूचना बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय में देनी होगी। बोर्ड की ओर से स्माल टेनर्स एसोसिएशन व यूपी लेदर इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के पदाधिकारियों को यह जानकारी दे दी गई।
पंपिंग स्टेशन पर ओवरफ्लो, इसलिए बना रोस्टर
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुख्य पर्यावरण अधिकारी कुलदीप मिश्र ने बताया कि पंपिंग स्टेशन नं.तीन (वाजिदपुर) पर ओवरफ्लो की स्थिति न बने, इसके लिए रोस्टर तैयार किया गया। बोले चार जनवरी को जब यहां का निरीक्षण किया गया था, तब यह देखने को मिला था कि पंपिंग स्टेशन से उत्प्रवाह बाईपास होकर वाजिदपुर नाले में जा रहा था। वहां मौजूद विभागीय कर्मी ने बताया था कि पंपिंग स्टेशन पर 50 एचपी क्षमता का एक नया पंप और 30 एचपी क्षमता का एक पुराना पंप संचालित हैं, पर उत्प्रवाह की मात्रा अधिक होने के चलते उसे बाईपास किया जा रहा था।
टेनरियों को तीन समूहों 29, 27 व 35 में विभाजित किया गया है। 29 टेनरियों का समूह सोमवार व गुरुवार को, 27 टेनरियों का समूह मंगल व शुक्रवार को और 35 टेनरियों का समूह बुध व शनिवार को अपना उत्प्रवाह निस्तारित कर सकेगा। इसके लिए बोर्ड की ओर से दोपहर 12 बजे से शाम चार बजे तक का समय निर्धारित किया गया है।
हालांकि रोस्टर के अनुसार सभी औद्योगिक इकाइयों को चार घंटे में उत्प्रवाह निस्तारण का हर घंटे का ब्योरा तैयार करना होगा और इसकी सूचना बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय में देनी होगी। बोर्ड की ओर से स्माल टेनर्स एसोसिएशन व यूपी लेदर इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के पदाधिकारियों को यह जानकारी दे दी गई।
पंपिंग स्टेशन पर ओवरफ्लो, इसलिए बना रोस्टर
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुख्य पर्यावरण अधिकारी कुलदीप मिश्र ने बताया कि पंपिंग स्टेशन नं.तीन (वाजिदपुर) पर ओवरफ्लो की स्थिति न बने, इसके लिए रोस्टर तैयार किया गया। बोले चार जनवरी को जब यहां का निरीक्षण किया गया था, तब यह देखने को मिला था कि पंपिंग स्टेशन से उत्प्रवाह बाईपास होकर वाजिदपुर नाले में जा रहा था। वहां मौजूद विभागीय कर्मी ने बताया था कि पंपिंग स्टेशन पर 50 एचपी क्षमता का एक नया पंप और 30 एचपी क्षमता का एक पुराना पंप संचालित हैं, पर उत्प्रवाह की मात्रा अधिक होने के चलते उसे बाईपास किया जा रहा था।
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