कानपुर में बिजली के बिल बनने की रफ्तार पड़ी धीमी, उपभोक्ताओं पर पडे़गा असर
न्यूनतम वेतनमान की मांग को लेकर पांच अगस्त से मीटर रीडर कार्य बहिष्कार कर रहे हैं। बिलिंग एजेंसी केएनडी ने मीटर रीडिंग के लिए 45 नई भर्तियां की है। वहीं 330 मीटर रीडरों में 300 काम पर वापस आ गए हैं।
कानपुर, जेएनएन। न्यूनतम वेतन मान की मांग कर कार्य बहिष्कार करने वाले अधिकतर मीटर रीडर काम पर लौट आए हैं। कार्य बहिष्कार के दौरान मीटर रीडिंग बहुत कम हो सकी। मीटर रीडरों ने काम तो शुरू कर दिया है लेकिन अभी तक बहुत कम रीडिंग हो सकी है। बिल बनने की रफ्तार धीमी होने से स्लैब में परिवर्तन हो सकता है। इससे बिजली उपभोक्ताओं को अधिक बिल देना होगा।
न्यूनतम वेतनमान की मांग को लेकर पांच अगस्त से मीटर रीडर कार्य बहिष्कार कर रहे हैं। बिलिंग एजेंसी केएनडी ने मीटर रीडिंग के लिए 45 नई भर्तियां की है। वहीं 330 मीटर रीडरों में 300 काम पर वापस आ गए हैं। बिलिंग एजेंसी ने 25 अगस्त तक सभी मीटरों की रीडिंग करा लेने का दावा किया है। केस्को के अंतर्गत पांच से 20 तारीख तक रीडिंग होती है। 30 दिनों का बिल बनता है। मीटर रीडिंग में देरी होने पर निर्धारित समय में बिल न बन पाए तो बिजली का स्लैब बदल जाता है। 150 यूनिट तक खर्च पर उपभोक्ताओं को 5.50 रुपये देने होंगे। 151 यूनिट से 300 यूनिट तक 6 रुपये प्रति यूनिट बिल जमा करना होगा। मीटर रीडिंग समय पर न होने से मीटर में 150 यूनिट से ऊपर आई तो प्रति यूनिट पचास पैसे अधिक देना होंगे। केएनडी कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर रानू सिंह ने बताया कि शुक्रवार को 15 हजार से अधिक बिल बने हैं। 45 नए मीटर रीडर भी भर्ती किए गए हैं। केस्को पीएटी ललित कृष्णा ने बताया कि 25 अगस्त तक बिलिंग का कार्य पूरा हो जाएगा। जिनकी यूनिट अधिक होगी उनका समायोजन कर बिल बनाया जाएगा।
स्लैब बदलने इस तरह बढ़ जाता है बिजली का बिल: केस्को मीटर रीडर हर महीने की पांच से 20 तारीख तक मीटर रीडिंग कर बिल बनाता है। हर महीने 30 दिन के हिसाब से बिल बनता है। 30 दिनों से जितने दिन अधिक होंगे, वह रीडिंग भी वर्तमान महीने की रीडिंग में जुड़ जाएगी। क्योंकि जीरो से एक निर्धारित यूनिट तक बिजली का बिल खर्च करने पर यूनिट भी महंगी सस्ती स्लैब के हिसाब से होती है।बिजली का बिल 30 दिन के हिसाब 150 यूनिट का बना तो प्रति यूनिट 5.50 रुपये प्रति यूनिट की दर से बिल बनेगा। अगर रीडिंग देरी हुई तो उपभोक्ता की यूनिट 151 हो गई तो छह रुपये की दर से बिल वर्तमान महीने के बिल में जुड़ेगा।
घरेलू बिजली की दरें
यूनिट दर
0 से 150 5.50 रुपये
151 से 300 6.00 रुपये
301 से 500 6.50 रुपये
501 से अधिक 7.00 रुपये