एयर स्ट्राइक के दौरान रडार कंट्रोल सिस्टम संभालने वाली बुंदेलखंड की बहू को मिला युद्ध सेवा मेडल
वायुसेना दिवस के मौके पर सम्मान लेने राहुल गुप्ता संग गाजियाबाद पहुंची मिंटी अग्रवाल और उन्हें मिले मेडल मेडल पाने वाली देश की पहली महिला हैं स्क्वाड्रन लीडर मिंटी अग्रवाल पुलवामा हमले के बाद एयर स्ट्राइक के दौरान रडार कंट्रोल सिस्टम पर थीं तैनात
हमीरपुर, [नृपत सिंह]। वीर बुंदेलों के शौर्य की कहानी गुरुवार को फिर लोगों की जुबां पर रहीं। इस बार वजह बनीं बुंदेलखंड के हमीरपुर जिला अंतर्गत गोहांड कस्बे की बहू स्क्वाड्रन लीडर मिंटी अग्रवाल। उन्हें युद्ध सेवा मेडल मिला है। इससे बुंदेलखंड स्थित ससुराल में लोग खुश नजर आए और मिठाई भी वितरित की।
मिंटी के पति राहुल गुप्ता ने मोबाइल फोन पर यह जानकारी दैनिक जागरण को दी। हरियाणा के अंबाला शहर में एक बैंक में एरिया मैनेजर के पद पर कार्यरत राहुल ने बताया कि गुरुवार को यह सम्मान वायुसेना के 88वें स्थापना दिवस के मौके पर गाजियाबाद में वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने दिया है। वह युद्ध सेवा मेडल पाने वाली प्रथम महिला अधिकारी हैं।
यह मेडल युद्ध, संघर्ष या विषम परिस्थितियों में असाधारण बहादुरी दिखाने के लिए दिया जाता है। बताया कि पुलवामा हमले के बाद भारत ने एयर स्ट्राइक कर पाकिस्तान के आतंकी कैंपों को बालाकोट में तबाह किया था। इस दौरान रडार कंट्रोल सिस्टम पर मिंटी अग्रवाल की तैनाती थी। उन्होंने फौरन ही श्रीनगर वायुसेना बेस पर सटीक सूचना दी थी कि हमारे जांबाज विंग कमांडर अभिनंदन वद्र्धमान ने पाकिस्तान का फाइटर प्लेन एफ-16 मार गिराया है। जब वह एलओसी पार कर गए, तब मिंटी ने उन्हें फौरन वापस लौटने के लिए कहा। हालांकि, उनके फाइटर प्लेन में संचार प्रणाली में कुछ खामी के कारण उन्हें आवाज सुनाई नहीं पड़ी थी। मिंटी को मेडल मिलने पर गोहांड, हमीरपुर समेत पूरे बुंदेलखंड के लोग खुश हैं। वह बेटियों के लिए प्रेरणा बन गई हैं। उन्होंने जिले व बुंदेलखंड का नाम पूरे देश में रोशन किया हैं।
वहीं, मिंटी के ससुर हरिहर प्रसाद गुप्ता ने बताया कि बहू के अदम्य साहस व कार्यकुशलता की चर्चा हर तरफ हो रही है। यह उनके लिए गौरव की बात है। बताया कि उनकी पत्नी गायत्री देवी बहू के पास ही रहती हैं। अपने पौत्र की देखभाल करती हैं। बहू मिंटी और बेटे राहुल ने जल्द ही घर आने की बात कही है।