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फुफेरे भाई ने की थी चालक की हत्या, साथी को भी भेजा जेल

जेएनएन महाराजपुर चालक पवन कुमार कुशवाहा की हत्या कर शव जलाने के आरोप में पुलिस ने

By JagranEdited By: Published: Fri, 26 Feb 2021 02:11 AM (IST)Updated: Fri, 26 Feb 2021 02:11 AM (IST)
फुफेरे भाई ने की थी चालक की हत्या, साथी को भी भेजा जेल
फुफेरे भाई ने की थी चालक की हत्या, साथी को भी भेजा जेल

जेएनएन, महाराजपुर : चालक पवन कुमार कुशवाहा की हत्या कर शव जलाने के आरोप में पुलिस ने उसके फुफेरे भाई को गिरफ्तार किया है। आरोपित ने दोस्त के साथ लूट के विरोध पर चालक की हत्या कर दी थी। एक युवती से दोस्ती के कारण भी उसका पवन से विवाद था। आरोपित फुफेरे भाई ने कुछ दिन पूर्व कोर्ट में सरेंडर किया था। गुरुवार शाम पुलिस ने उसके दोस्त को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। आरोपितों की निशानदेही पर पवन का पासपोर्ट, आधार आदि दस्तावेज बरामद हुए हैं।

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नर्वल के ताजपुर गांव निवासी ओमप्रकाश कुशवाहा का 24 वर्षीय बेटा पवन गुजरात के मुंदरा पोर्ट पर कंटेनर चलाता था। 22 दिसंबर को वह छुट्टी पर घर आया था। एक फरवरी को वह भवन निर्माण सामग्री लेने की बात कहकर निकला था, लेकिन लौटा नहीं। अगले दिन फोन मिलाया तो नंबर बंद था। शाम को पवन का शव यूपीएसआइडीसी के जंगल में मिला। शव का चेहरा जला हुआ था। एसपी ग्रामीण बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि घटना वाली शाम पवन के पास नर्वल सवायजपुर गांव निवासी फुफेरे भाई जितेंद्र उर्फ शैलेंद्र का फोन आया था। वारदात के बाद से वह गांव लहरेपुर निवासी रवि कुशवाहा के साथ भागकर सूरत चला गया था। पुलिस ने दबिश दी तो 12 फरवरी को जितेंद्र ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया था। गुरुवार सुबह उसे रिमांड पर लेकर रवि को गिरफ्तार किया और लूटे दस्तावेज बरामद किए। आरोपितों ने बताया कि पवन की जेब में 50 हजार और उसके खाते में ढाई लाख रुपये थे। एक फरवरी की रात चकेरी में खाना खाने के बाद दोनों ने पवन की मुंह दबाकर हत्या की और फोन, नकदी, पर्स आदि लूटकर भाग गए थे। पहचान मिटाने के लिए पेट्रोल डालकर चेहरा जलाया था। शादी अनुदान के दो अपात्रों पर होगा मुकदमा, कानपुर : पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग में मिले शादी अनुदान के दो अपात्रों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी ने दोनों ही आवेदकों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराने के लिए सीडीओ को रिपोर्ट भेजी है। इस मामले में रिपोर्ट लगाने वाले दोनों लेखपालों को भी निलंबित किया जाएगा। मुंशीपुरवा निवासी किरन पत्नी राजकुमार के नाम किए गए आवेदन में उनकी पुत्री के विवाह के लिए शादी अनुदान का आग्रह किया गया था। किरन की बेटी 11 वर्ष की है। लेखपाल ने उसके आवेदन पत्र को पात्र बताते हुए फाइल आगे बढ़ा दी थी। लेखपाल और तहसीलदार ने संस्तुति कर दी। इसी आधार पर ही एसडीएम ने भी पत्रावली को समाज कल्याण अधिकारी को भेज दिया। इसी तरह काहूकोठी निवासी नैन्सी सोनी के नाम आवेदन किया गया था और उसके यहां विवाह योग्य लड़की का नाम लक्ष्मी बताया गया था। जांच में लेखपाल ने उसे भी पात्र कर दिया था। मामले में अब नैन्सी और किरन के विरुद्ध मुकदमा होगा। चूंकि सौ से अधिक अपात्रों को पात्र किया गया है। ऐसे में लेखपालों के साथ ही कई तहसीलदार और एसडीएम भी जांच के घेरे में हैं। अपात्रों को पात्र घोषित करने वाले लेखपाल विजय कुमार और लक्ष्मी शंकर पांडेय के विरुद्ध भी मुकदमा होगा। अपात्रों के विरुद्ध पहले ही मुकदमा दर्ज हो चुका है। आठ शस्त्र लाइसेंस धारकों पर दर्ज मिले अपराधिक मुकदमे, कानपुर: बिकरू कांड के बाद शुरू किए गए शस्त्र लाइसेंस के सत्यापन अभियान का परिणाम दिखाई पड़ने लगा है। अब तक हुई जांच में ऐसे आठ शस्त्र लाइसेंस धारकों का पता चला है, जिन पर अपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। अब ऐसे लोगों के शस्त्र लाइसेंस निरस्त करने की प्रक्रिया शुरू की गई है। बिकरू कांड में गठित एसआइटी की संस्तुति पर इन दिनों शस्त्र लाइसेंस के सत्यापन का काम किया जा रहा है। 41 हजार शस्त्र लाइसेंस में अब तक करीब नौ हजार का सत्यापन पूरा हो चुका है। सूत्रों के मुताबिक इस सत्यापन में चौबेपुर में सबसे ज्यादा गोलमाल पकड़ में आया हैं। यहां से सर्वाधिक छह ऐसे लाइसेंस मिले हैं, जिसमें लाइसेंस धारक पर अपराधिक मुकदमा दर्ज है। यह सभी शस्त्र लाइसेंस धारक विरोहा गांव के रहने वाले हैं। इसके अलावा रेल बाजार और सचेंडी थाने में भी एक-एक मामला पकड़ में आया है। नशीला स्प्रे छिड़ककर कारोबारी का बैग उड़ाया, कानपुर : माल रोड पर हीर पैलेस सिनेमा के सामने वाली लेन पर कार में नशीला स्प्रे छिड़ककर बाइक सवार दो बदमाशों ने किदवईनगर एच ब्लॉक निवासी प्लास्टिक कारोबारी का बैग पार कर दिया। घटना के बाद बदमाश मुरे कंपनी पुल के नीचे से कैंट की ओर फरार हो गए। पीड़ित ने कैंट थाने में रिपोर्ट लिखाई है।

कारोबारी धनश्याम अग्रवाल ने पुलिस को बताया कि वह अपने बेटों अंकित व अमन अग्रवाल के साथ एक अधिवक्ता से मिलने आए थे। रात करीब साढ़े नौ बजे वह अपनी ब्रीजा कार से वापस लौट रहे थे। अंकित कार चला रहे थे। जैसे ही माल से मुरे कंपनी पुल की ओर चले, तभी अचानक कार में जहरीला धुआं सा आने लगा। उन्होंने सोचा कि इंजन में कोई खराबी आ गई होगी। इस पर कार रुकवाई और बोनट खोलकर अंकित व अमन देखने लगे। तभी पीछे से बाइक सवार दो बदमाशों ने शीशा तोड़कर अंदर रखा बैग लेकर भाग गए। बैग में जरूरी दस्तावेज, उनकी पासबुक व चेक बुक थी। सूचना पर कैंट थाने का फोर्स पहुंचा और आसपास लगे कैमरों की फुटेज देखी, लेकिन बदमाशों का सुराग नहीं लगा। थाना प्रभारी शैलेंद्र सिंह ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर आरोपितों की तलाश की जा रही है ।


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