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कानपुर: स्वच्छता सर्वेक्षण की रैकिंग में हीरो लेकिन हकीकत कुछ और, नासूर बने कूड़ाघर खोल रहे सफाई की पोल

स्वच्छता सर्वेक्षण की रैकिंग में पिछले चार साल में शहर उछाल मारता जा रहा है। चार साल में 44 पायदान उछाल मारकर देश में 21वें स्थान पर पहुंच गया है। प्रदेश में तीसरे स्थान पर पहुंच गया है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Mon, 22 Nov 2021 09:45 AM (IST)Updated: Mon, 22 Nov 2021 09:45 AM (IST)
कानपुर: स्वच्छता सर्वेक्षण की रैकिंग में हीरो लेकिन हकीकत कुछ और, नासूर बने कूड़ाघर खोल रहे सफाई की पोल
शहर में जगह-जगह फैली गंदगी से लोग परेशान हैं।

कानपुर, जागरण संवाददाता। स्वच्छता सर्वेक्षण की रैकिंग में पिछले चार साल में शहर उछाल मारता जा रहा है। चार साल में 44 पायदान उछाल मारकर देश में 21वें स्थान पर पहुंच गया है। प्रदेश में तीसरे स्थान पर पहुंच गया है। अफसर व कर्मचारी पीठ थपथपा रहे है लेकिन लोगों के समझ में नहीं आ रहा है कि जगह-जगह फैली गंदगी के बाद भी शहर स्वच्छ दिख रहा है। नासूर बन गए कूड़ाघर  देखकर खुद ब खुद सफाई की सच्चाई देख लेंगे। सड़क पर ही कूड़ा फैला रहने के कारण आधा रास्ता बंद रहता है। कारगिल पार्क मोतीझील में बच्चों के बने उद्यान में गंदगी के साथ ही पालीथीन फैली पड़ी है। यह स्थिति तब है जब नगर निगम मुख्यालय से मात्र सौ मीटर दूर पार्क है। अन्य पार्क की क्या स्थिति होगी? 

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यहां देखकर दिखा जाएगी हकीकत 

  • वीआइपी रोड में भैरोघाट की तरफ जाने वाले रास्ते में रैन बसेरा के बाहर कूड़ाघर बना है। हालत यह है कि दोपहर तक आधी सड़क तक गंदगी एकत्र रहती है। सडा़ंध के कारण सांस लेना दूभर हो जाता है। कूड़ा स्मार्ट शहर की पोल खोल देते है।
  • न्यू सिविल लाइंस में आलीशान मकान बने हुए है। सड़क पर ही कूड़ाघर एकत्र है। शाम तक गंदगी फैली रहती है। कई बार तो दो-दो दिन तक गंदगी नहीं उठती है। इसके चलते बेसहारा जानवर धमाचौकड़ी मचाते रहते है। 
  • चुन्नीगंज से पुराना सीसामऊ जाने वाले रास्ते में सड़क तक कूड़ा एकत्र रहता है। कूड़ाघर बना है लेकिन अंदर गंदगी न डालकर कर्मचारी सड़क पर ही कूड़ा डाल देते है इसके चलते 30 फीट रोड 15 फीट तक ही बचती है।

कंपैक्टर कूड़ा उठाने की व्यवस्था फेल

18 स्थानों में रखे कंपैक्टर उठाने से लेकर भाऊसिंह पनकी तक कूड़ा डालने का ठेका निजी कंपनी को दिया गया है।यह व्यवस्था फेल हो गई है। कंपनी केवल खानापूरी कर रही है। नगर निगम ने केवल नोटिस दे दी है। कार्य नहीं कर रहे है तो अनुबंध खत्म होना चाहिए। 

कूड़ा उठान और निस्तारण का हाल 

स्वच्छता सर्वेक्षण रैङ्क्षकग में पिछले पांच साल से अव्वल आ रहे इंदौर के हर घर से कूड़ा उठने के साथ ही गीला व सूखा कूड़ा अलग-अलग उठ रहा है। जबकि  शहर के 35 वार्ड में ही घर-घर गीला और सूखा कूड़ा उठाया जा रहा है। चालीस वार्डों से अभी कतई कूड़ा नहीं उठ पा रहा।

सफाई के हालत 

शहर में वार्ड - 110 

उठान हो रही - 70 वार्डों में 

गीला व सूखा कूड़ा उठ रहा - 35 वार्डों में 

व्यवस्था की - अलग-अलग कूड़ा उठाने के लिए लगाई निजी कंपनी 

कूड़ा रोज निकलता -11 सौ मीट्रिक टन 

उठता रोज - 1000 मीट्रिक टन 

रोज एकत्र होता - 100 मीट्रिक टन 

निस्तारण होता - भाऊसिंह पनकी में स्थित कूड़ा प्लांट में 

निस्तारण हो रहा रोज - रोज आने वाले पूरे कूड़े का हो रहा निस्तारण

बन रहा - खाद व ग्रीन कोल 

पुराना एकत्र कूड़ा - 15 लाख मीट्रिक टन 

निस्तारण हो रहा रोज - एक हजार मीट्रिक टन 

अधिकारी से दो टूक बात

नगर स्वास्थ्य अधिकारी अजय संखवार ने बताया कि अगले साल तक टाप टेन में कानपुर शामिल हो जाएगा। 

-अभी घर-घर से कूड़ा उठाने की क्या व्यवस्था है ?

80 फीसद घरों से कूड़ा उठ रहा है और गीला व सूखा कूड़ा चालीस वार्डों से उठाया जा रहा है। छह माह में सभी घरों से गीला व सूखा कूड़ा उठने लगेगा। 

- प्लांट की क्या स्थिति है ?

पिछले साल से भाऊसिंह पनकी में स्थित प्लांट चालू हो गया है। रोज के कूड़े के निस्तारण के साथ ही पुराने एकत्र कूड़े का एक हजार निस्तारण हो रहा है। एक साल में पुराना कूड़ा खत्म हो जाएगा। 

- कूड़ाघरों से कब मिलेगी निजात ?

एक साल में कूड़ाघर हट जाएगे। अभी कई कूड़़ाघर हटा दिए गए है। कंपैक्टर लगाए जा रहे है। लापरवाही बरतने में कंपनी को नोटिस दी है। 

क्या बोले जिम्मेदार: लापरवाही बरतने वाली कंपनी से अनुबंध खत्म किया जाएगा।कूड़ाघरों में कर्मचारी तैनात किए जाएगे। इसके लिए जिम्मेदारी तय होगी। प्रदूषण रोकने के लिए भी कार्रवाई की जाएगी। सफाई के बाद धूल न उठाने पर कर्मचारी व सेनेटरी इंस्पेक्टर की जिम्मेदारी होगी। - शिव शरणप्पा जीएन, नगर आयुक्त

स्वच्छता प्रहरी: शहर को स्वच्छ रखने के लिए सभी को जागरूक होना होगा। इसके लिए स्कूल के हर बच्चे को बताया जाता है कि गंदगी को सड़क पर न फेंके बल्कि डस्टबिन पर डाले। - वनिता मेहरोत्रा, प्रधानाचार्य शीलिंग हाउस स्कूल 


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